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Showing posts from October 18, 2024

सपा कांग्रेस के बीच हो गया फैसला, यूपी में दोनो मिलकर लड़ेंगे उपचुनाव, कांग्रेस को मिली यह दो सीटे

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यूपी मे विधानसभा की सभी दस सीटों में होने वाले उपचुनावों में कांग्रेस और सपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सपा आठ सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस को दो सीटें मिलेंगी। फिलहाल चुनाव आयोग ने नौ सीटों के लिए चुनावी कार्यक्रम तय किया है। मिल्कीपुर की सीट पर पिटीशन होने की वजह से यहां के लिए चुनाव की तारीखें तय नहीं हुई हैं। बाकी सीटों पर 13 नवंबर को चुनाव होना है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि कांग्रेस को उपचुनाव में गाजियाबाद और खैर सीट दे दी गई है। खैर सीट अलीगढ़ जिले में आती है। इन दो सीटों के अलावा बाकी सीटें सपा लड़ने जा रही है। कुंदरकी सीट के अलावा पार्टी ने बाकी सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं।  सूत्रों के मुताबिक, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच इस मुद्दे पर श्रीनगर में बुधवार को चर्चा हुई थी। कांग्रेस पहले से ही यह दो सीटें मांग रही थी। सपा इन सीटों पर लड़ रही है चुनाव के लिए सपा ने 09 अक्तूबर को ही मिल्कीपुर के साथ करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां में प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। अब प्रत्याशी उतारने के लि

कोर्ट ने दो प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सको के खिलाफ दर्ज कराया एफआईआर, जानिए क्या है आरोप

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दीवानी न्यायालय के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के आदेश से लापरवाही से मौत और धमकाने के आरोप में कैंट थाने में दो निजी अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों में भुवनेश्वर नगर कॉलोनी, अर्दली बाजार स्थित वेदांशी हॉस्पिटल और श्री साईं वरदान हॉस्पिटल के डॉक्टर और कर्मचारी शामिल हैं। जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र के गोबरा गांव निवासी बीरबल यादव ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया कि 23 नवंबर 2021 की रात उनके घर में स्टेबलाइजर फटने से उनके पुत्र सूर्यकांत और सौरभ झुलस गए थे। वह अपने दोनों पुत्रों को वेदांशी हॉस्पिटल में भर्ती कराए। 27 नंवबर 2021 को सूर्यकांत को मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई। इस बीच लगभग पांच लाख रुपये उपचार में खर्च हो चुके थे। चार दिसंबर 2021 को उनके दूसरे पुत्र सौरभ की भी मौत हो गई। सौरभ की मौत के बाद उसका मृत्यु प्रमाण पत्र श्री साईं वरदान हॉस्पिटल का दिया गया। बीरबल के अनुसार, उनके दोनों पुत्रों की मौत डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही से हुई है।  पांच लाख रुपये देने के बाद भी उनसे औ

टीडीपीजी कालेज के शिक्षको को प्रमोशन मिलने पर प्रबंधक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने दी बधाई एवं शुभकामना

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जौनपुर। टीडी कॉलेज में शिक्षकों के प्रमोशन के लिए पदोन्नति प्रक्रिया पूरी कराई गई।पदोन्नति प्रक्रिया स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में शासन के प्रतिनिधि प्रो. रमेश चंद्र यादव, टीडी कॉलेज के प्राचार्य प्रो.ओपी सिंह एवं आइक्यूएसी के प्रो. अमित श्रीवास्तव तथा विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए विषय विशेषज्ञों की देखरेख में प्रक्रिया पूरी कराई गई। इसमें डॉ. सुदेश कुमार सिंह ,डॉ. संतोष कुमार सिंह ,डॉ. हरिओम त्रिपाठी, डॉ. रजनी सिंह, डॉ. पद्माक्षी सिंह का प्रोफेसर पद नाम एवं एजीपी ऐकेडमिक ग्रेड पे पर हुआ। इसी प्रकार डॉ. सुशील त्रिपाठी का एजीपी 8000 पर एवं डॉ. विशाल सिंह, डॉ. सुनील ओझा ,डॉ. अरविंद सिंह ,डॉ. प्रेमचंद ,डॉ. जितेंद्र पाल चौधरी का एजीपी 7000 पर पदोन्नति प्रक्रिया संपन्न हुई। महाविद्यालय के प्रबंधक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने पदोन्नति पाने वाले सभी शिक्षकों को शुभकामना दी। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. राहुल सिंह, महामंत्री डॉ. शैलेंद्र सिंह, पूर्व अध्यक्ष डॉ. विजय सिंह, प्रो.डीके सिंह, प्रो. राम आसरे सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ

बहुचर्चित एनएचआई घोटाला मामले में डीएम ने दो कानूनगो और एक निरीक्षक को कर दिया निलंबित

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जौनपुर। जनपद में एनएचआई कार्यालय से भूमि अधिग्रहण मुआवजे भुगतान मामले में अब परत दर परत घोटाले की पोल खुलती जा रही है। घोटालेबाजी के आरोप में अब सदर तहसील के दो कानूनगो और एक निरीक्षक को डीएम ने निलंबित कर दिया। इससे पहले इस मामले में सीआरओ को शासन ने निलंबित करते हुए उन्हें राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया। यहां बता दें जिले के एनएचआई के बहुचर्चित भूमि अधिग्रहण मुआवजे में सक्षम प्राधिकारी भूमि अध्याप्ति कार्यालय घोटाले की पोल अब परत दर परत खुल रही है। इस मामले में शासन स्तर से सीआरओ को निलंबित करते हुए उन्हें राजस्व परिषद संबद्ध किया गया है। इसके बाद तीन राजस्व कर्मचारियों को भी जिलाधिकारी के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया। दरअसल एन एच आई की सड़को के निर्माण में भूमि अधिग्रहण और उसके मुआवजे में सक्षम प्राधिकारी भूमि अध्याप्ति कार्यालय में घोटाले का मामला अगस्त में सामने आया था। शिकायत मिलने पर तत्कालीन जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने औचक निरीक्षण किया और पाया कि तीन माह पहले सारी प्रक्रिया पूर्व कानूनगो संभाले हुए थे। इसके चलते साढ़े चार करोड़