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Showing posts from July 7, 2024

घनी आबादी के बीच आतिशबाज़ी के गोदाम में धमाका लगी आग उड़ गयी छत एक बालिका घायल,पुलिस जांच पड़ताल में जुटी

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जनपद प्रतापगढ स्थित आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र रामगंज बाजार स्थित घनी आवादी के बीच में आतिशबाजी से भरे बंद कमरे में धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि कमरे की छत उड़ गई और आग लग गई। सूचना पर पहुंचे फायर कर्मियों ने आग पर काबू पाया। मालवे की चपेट में आकर एक युवती घायल हो गई है। जिसे इलाज के लिए ले जाया गया है।  आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के रामगंज बाजार में आलोक त्रिपाठी का एक मकान है। इस मकान में रामगंज बाजार निवासी नन्हे हवाई ने एक कमरा किराए पर लिया हुआ था। जिसमें उसने आतिशबाजी डंप करके रखी थी।अचानक बंद कमरे में धमाका हो गया। जिससे कमरे की छत उड़ गई और कमरे में आतिशबाजी रखी होने के कारण आग लग गई। धमाके से उड़े मलबे की चपेट में आकर सृष्टि बरनवाल (20) पुत्री शिवनारायण बरनवाल घायल हो गई। जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। धमाका इतना तेज था कि सटे मकान स्थित अनिल त्रिपाठी, सुभाष चंद्र त्रिपाठी व नीलेश बरनवाल के घर में दरारें आ गई हैं। घटना की सूचना मिलते ही पट्टी से फायर कर्मी मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। धमाका किस कारण से

स्कूल के आफिस में प्रिसिंपल और टीचर की अश्लील हरकते हुई वायरल,पुलिस क्यों है बेखबर?

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  जौनपुर। जनपद के थाना सरपतहां क्षेत्र में चल रहे जय हिन्द कान्वेंट स्कूल के प्रिसिंपल और वहां की एक शिक्षिका का स्कूल के आफिस में रंगरेलिया मनाते हुए वीडियो वायरल है। महिला टीचर के साथ प्रिसिंपल जो हरकते कर रहा है उसकी किसी स्टाफ ने ही वीडियो बना ली और वायरल कर दिया है। प्रिसिंपल अपना नाम खुद ही वीडियो में बता रहा है। प्रिसिंपल और महिला टीचर के कृत्य का असर वहां पर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चो पर कैसा पड़ेगा सहज अनुमान लगाया जा सकता है। हलांकि इलाके की पुलिस खबर लिखने तक बेखबर रही है। सवाल यह है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी इस अश्लीलता को स्वतः संज्ञान लेकर कोई विधिक कार्यवाई कर सकेंगे या फिर प्रिसिंपल और मास्टरनी की अश्लील हरकतो को बढ़ाने में सहायक बनेगे।

पति ने लगाई फांसी तो पत्नी छत से कूद गयी दोनो ने एक साथ कर ली आत्महत्या, पुलिस कारण तलाश रही

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उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में पति पत्नी द्वारा एक साथ आत्महत्या की घटना खासी चर्चा का बिषय बनी है। जी हां गोरखपुर जिले से यह सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां दंपती पति और पत्नी ने खुदकुशी कर ली। पति-पत्नी ने अलग-अलग जगह पर आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।  कैंट पुलिस ने बताया कि रविवार को सुबह करीब आठ बजे एक महिला ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक संचिता शरण (28) पुत्री रामशरण, बिस्मिल पार्क केम सामने सचित हॉस्पिटल पार्क रोड सिविल लाइंस थाना कैंट जनपद गोरखपुर की रहने वाली थी। बता दें मृतका संचिता शरण के पति हरीश बागेश पुत्र रामस्वामी मालवीय, निवासी बाढ़ पटना बिहार बीते छह जुलाई को वाराणसी स्थित सारनाथ गए थे। 06 जुलाई दिन शनिवार को देर रात बनारस पहुंचे थे और वहां होटल में रुके थे। इसी होटल में उन्होने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी थी। रविवार को सुबह पति के आत्महत्या की मनहूस खबर पाने के बाद गोरखपुर में पत्नी संचिता शरण ने भी रविवार की सुबह घर की छत से नीचे कूदकर खुदकुशी कर ली। मौके पर फॉरेंसिक टीम और पुलिस

माफिया की कुर्क जमीन पर भूमाफिया ने कर लिया कब्जा,प्रशासक और प्रशासन रहा बेखबर,अब एफआईआर दर्ज जांच शुरू

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पूरामुफ्ती में भूमाफिया का चौंकाने वाला कारनामा सामने आया है। शाहा उर्फ पीपलगांव में माफिया अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की कुर्क जमीन पर अवैध तरीके से मकान बना लिया। यही नहीं, प्लाॅटिंग की भी कर दी गई। जानकारी पर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा। इसके बाद आननफानन में अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अतीक की तरह ही अशरफ भी चिह्नित माफिया था। 2008 में पुलिस ने पूरामुफ्ती(तत्कालीन धूमनगंज) में स्थित शाहा उर्फ पीपलगांव में उसकी अपराध सेफट अर्जित दो संपत्तियों को चिह्नित किया। इनमें से एक आराजी संख्या 1115, रकबा 0.4680 हेक्टेयर और दूसरी आराजी संख्या 808, रकबा 0.1140 हेक्टेयर शामिल है। राजस्व अभिलेखों में यह दोनों जमीनें अशरफ के नाम पर दर्ज थीं। 14 जुलाई 2008 को गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत इन दोनों जमीनों को कुर्क कर दिया गया, जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 42 बिस्वा था। प्रशासनिक अमले में पिछले दिनों तब हड़कंप मचा जब यह सूचना मिली कि कुर्क जमीन पर मकान बना लिए गए हैं और प्लाटिंग भी की जा रही है। आननफानन में अफसरों ने संबंधित लेखपाल महेंद्र कुमा

बारिश को देखते हुए अधिकारियों को सीएम योगी का जानें क्या हुआ शख्त आदेश

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेज बारिश को देखते हुए संबंधित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से  राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नज़र रखें और प्रभावित लोगों को मदद प्रदान करें। उन्होने आपदा से हुई जनहानि से प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि अविलंब प्रदान किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा अथवा पशु हानि हुई, ऐसे प्रभावितों को  तत्काल अनुमन्य वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए हैं कि फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराई जाए।

एलएलबी के छात्र एवं अपना दल एस के पदाधिकारी को गोली मारकर हत्या, हत्यारा गिरफ्तार

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जनपद प्रयागराज स्थित सोरांव थाना क्षेत्र के अब्दालपुर खास के अचकवापुर गांव में एलएलबी अंतिम वर्ष के छात्र इंद्रजीत पटेल (25) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह पढ़ाई के साथ ही हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी करता था। गांव के ही रहने वाले सर्वेश नाम के युवक ने वारदात को अंजाम दिया है। हत्या के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस ने आरोपी सर्वेश को गिरफ्तार कर लिया है।  वारदात रविवार सुबह करीब सात बजे की है। पुलिस को सूचना मिली कि सोरांव थाना क्षेत्र के अब्दालपुर खास के अचकवापुर गांव में इंद्रजीत पटेल को गोली मार दी गई है। आनन फानन में उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इंद्रजीत को मृत घोषित कर दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि वर्ष 2010 में गांव के ही खेत का आरोपी सर्वेश के परिजन और इंद्रजीत के परिजनों के बीच विवाद चल रहा था। पिछले 14 वर्षों से खेत की जमीन को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है। इंद्रजीत एलएलबी अंतिम वर्ष का छात्र था। वह महाराणा प्रताप डिग्री कॉलेज सहसों में पढ़ता था। साथ ही हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी करता था। आरोपी सर्वेश उसका पड़ोसी

करंट की चपेट में आने से उठी दादा पोते की उठ गयी अर्थी परिवार में कोहराम

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जौनपुर। जनपद के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के राजापुर नंबर दो गांव में रविवार की सुबह पंपिंग सेट के कमरे में उतरे करंट की चपेट में आकर दादा पोता की दर्दनाक मौत हो गई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।  घटना के संबंध में बताया जाता है कि उक्त गांव निवासी शेषनारायण दुबे उर्फ गंगा प्रसाद दुबे (65) ने घर से 500 मीटर दूर अपना निजी नलकूप लगा रखा है। रविवार को वह अपने नलकूप के पास खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान उनका पोता मनीष दुबे (15) वहां पहुंचा और पंपिंग सेट के कमरे में कुछ सामान रखने के लिए गया।  वहां कमरे के अंदर साफ्टीन में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आ गया। कुछ देर बीत जाने के बाद जब वह वापस नहीं लौटा तो दादा गंगा प्रसाद भी उसे देखने के लिए कमरे के अंदर गए। वहां मनीष साफ्टीन के ऊपर गिरा हुआ था। जैसे ही उन्होंने उसे उठाने का प्रयास किया, वह भी करंट की चपेट में आ गए। वहां आसपास खेत में काम कर रहे लोगों ने देखा तो शोर मचाया।  शोर सुनकर वहां ग्रामीण पहुंचे और बिजली विभाग को सूचना देकर विद्युत आपूर्ति बाधित कराई गई। इसके बाद दोनों को ग्राम प्रधान अरुण कुमार दुबे अपने वाहन

जानिए सुरेन्द्र प्रताप पचास वर्षो से जौनपुर की सियासत में रहते हुए नेता से जन नेता कैसे बने,क्या है उनका राजनैतिक सफर

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जौनपुर। जनपद की सियासत में विगत पचास वर्षो से एक ऐसा नाम उभरा एक कार्यकर्ता से शुरू होकर नेता और जन नेता के रूप में विख्यात हो गया है। आज राजनैतिक जगत में नेता के संबोधन पर जन मानस उसी का नाम लेते है।जी हाँ हम बात कर रहे है भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रताप सिंह की जो जिले की सियासत में विगत पचास वर्षो से आम जनता की आवाज बने हुए है और जन समस्याओ को लेकर सड़क से सदन तक उनके संघर्ष का एक बड़ा सफर है। यहां बता दें कि सुरेन्द्र प्रताप सिंह जौनपुर मूल रूप से जनपद अम्बेडकर नगर के निवासी है सन् 1970 में जनपद जौनपुर में इंटर की शिक्षा ग्रहण करने आये और जिले की सियासत में छात्र जीवन से रम गये और जौनपुर की आवाम के लिए लड़ते हुए राजनीति की तमाम सीढ़ियां चढ़ते हुए एक सामान्य कार्यकर्ता से जन नेता तक का सफर तय कर लिया है। सन्  1971 में विद्यार्थी परिषद की जुड़ कर अपने सियासी  सफर का आगाज किये। सन् 1980 से 82 तक भाजपा के महामंत्री के रूप में अपनी सेवा देने के बाद फिर 1982 में विद्यार्थी परिषद में वापसी कर लिए और प्रदेश स्तर की सियासत में कदम रख दिया विद्य

हाथरस काण्ड में आखिर भोले बाबा सहित जिम्मेदार सरकारी तंत्र पर अभी तक कार्यवाई क्यों नहीं

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हाथरस हादसा काण्ड के पांच दिन बीत गये अभी तक भोले बाबा पर सरकार और जांच एजेन्सी के अधिकारी कार्यवाई नही किये इसे लेकर जन मानस के स्तर से जिम्मेदार जनो पर तमाम सवाल खड़े किये जा रहे है। विपक्षी के राजनैतिको के तीखे बयान भी सामने आने लगे है। उनके अलावा पक्ष-विपक्ष की किसी भी पार्टी ने इस कथित गुरु सूरजपाल जाटव उर्फ भोले बाबा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग नहीं की जाने लगी है। जन चर्चा में वजह साफ बताई जा रही है कि दलित वोट बैंक पर सबकी नजर...इसलिए भोले हैं भोले बाबा पर कार्यवाई नहीं हो रहा है। जन मत माने तो अब वोट बैंक के लिहाज से राजनीतिक पार्टियों के गुणा-भाग पर थोड़ा नजर डालते हैं। सामाजिक न्याय की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी यूपी की ग्रामीण आबादी में 30 फीसदी हिस्सा दलित जातियों का है। इन दलित जातियों में 55 फीसदी से ज्यादा जिस एक जाति का संख्या बल है,वो है जाटव। भोले बाबा जाटव है और उनके ज्यादातर अनुयायी दलित हैं। कोई भी पार्टी उस पर हाथ डालकर इस वोट बैंक को नाराज करने का खतरा मोल लेना नहीं चाहती। यही वजह है कि विपक्ष के नेता भी बाबा के नाम पर विरो