बंगलूरू में आईटी इंजीनियर के आत्महत्या की घटना बनी हाई प्रोफाइल जौनपुर में घर छोड़कर फरार हुए ससुराल जन चर्चाएं तेज

निकिता के मायके में लगा ताला परिजन फरार 
मैरेज ब्यूरो ने कराई थी निकिता और अतुल की शादी 

जौनपुर। बंगलूरू में आईटी इंजीनियर अतुल सुभाष के आत्महत्या की कहांनी अब इतनी हाई प्रोफाइल हो गई है कि घटाना वायरल होने के बाद लगातार जनपद में चर्चाए हो रही है। लोग घटना के सच की कहांनी जानने को बेताब है उसके परिजनो से मिलने लेकर मुकदमा देख रहे अधिवक्ताओ से सम्पर्क साध रहे है। ऐसे में अतुल के अधिवक्ता दिनेश चन्द मिश्रा से बात की और पूरे मामले की जानकारी ली। अतुल के अधिवक्ता मुताबिक, निकिता ने अतुल पर एक महिला से अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया था। 
इस आशय का हलफनामा भी कोर्ट में दिया था। इससे अतुल टूट गया था। वह बेटे से मिलने के लिए तरसता था। इसका जिक्र कई बार अपने अर्जी में किया है, लेकिन बेटे से नहीं मिल सका। सामाजिक प्रतिष्ठा दांव पर लग गई थी। इससे तनाव में आ गया। दबाव नहीं झेल पाया और जान दे दी।
यहां बता दें कि बिहार के मुजफ्फपुर जिले के वैनी पूसा रोड निवासी अतुल की शादी मैरेज ब्यूरो के जरिए तय होने के पश्चात 26 अप्रैल 2019 को जौनपुर निवासी निकिता सिंघानिया की शादी वाराणसी के एक होटल में हुई थी। शादी के बाद आठ अगस्त 2019 को निकिता के पिता मनोज सिंघानिया का निधन हो गया। निकिता ने अपने पिता की मौत के लिए पति अतुल सुभाष को जिम्मेदार ठहराया कहा अवसाद के कारण पिता की मौत हुई है। 
पिता के निधन का मामला निकिता ने अदालत के समक्ष रखा और कहा कि अतुल की तरफ से 10 लाख रुपये की मांग की जा रही थी। इस वजह से पिता सदमे में आ गए और उनकी मौत हो गई। निकिता के पिता की मौत के बाद अतुल और उसके पिता जौनपुर आए थे। दो दिन तक निकिता के घर रुके भी थे। 
इसके बाद निकिता पति के साथ बंगलूरू चली गई। इस दौरान वह गर्भवती हो गई। इसी बीच दोनों के बीच विवाद हो गया। शादी से पहले निकिता लखनऊ, दिल्ली में नौकरी करती थी। शादी के बाद बंगलूरू में काम करने लगी। वर्तमान में दिल्ली में रहकर नौकरी कर रही है।
अतुल की आत्महत्या के बाद निकिता और उसके परिजन सामने नहीं आ रहे हैं। बुधवार की सायंकाल को कुछ मीडिया कर्मी जौनपुर स्थित निकिता के आवास पर पहुंच गए। निकिता तो सामने नहीं आई, लेकिन उसके भाई और मां ने घर की बालकनी में आकर मीडियाकर्मियों को धमकाया। कैमरा बंद करने की हिदायत दी और कहा कि मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिवक्ता और पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में ही किसी से बात की जाएगी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया, जो कि खूब वायरल हो रहा है। निकिता के परिजनों की आलोचना भी की जा रही है। हलांकि इस घटना के साथ निकिता की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया घर पर ताला लगाकर घर से फरार हो गए है।  कहां गये कोई बताने वाला नहीं है। अब परिवार के लोग भी अंजान बनते हुए इस मुद्दे पर चर्चा करने से कतरा रहे है।
पत्नी निकिता सिंघानिया ने न्यायालय के समक्ष अपने पति अतुल सुभाष पर गंभीर आरोप लगाए थे। कहा था कि उसके संबंध एक दूसरी महिला से है। साक्ष्य के रूप में कुछ प्रस्तुत भी किया है। अतुल निकिता को भी गुजारा भत्ता देता था। भरण-पोषण का आदेश 29 जुलाई 2024 को हुआ था। करीब साढ़े चार महीने तक अतुल ने आदेश से असहमति नहीं जताई।
निकिता के चाचा रूहट्टा स्थित कपड़ा व्यवसायी सुशील कुमार सिगानियां का कथन है कि मेरे खिलाफ भी अतुल सुभाष के परिजन एफआईआर दर्ज कराए है ऐसा मीडिया के जरिए खबर है।जबकि इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है। हमलोग तो जौनपुर में बैठे हुए है विगत तीन साल से मुकदमें बाजी चल रही है। हम लोगो की उनसे कोई मुलाकात तक नही है। जब कोर्ट में केश विचाराधीन है तो यह सब कैसे और क्यों हुआ इसके लिए हमारा परिवार दोषी तो नहीं है फिर भी अभियुक्त बना दिया गया है। हां पूरे घटनाक्रम के बाबत निकिता को जानकारी है वह आएंगी तो विस्तार से बता सकती है। हम लोग किसी तरह का बयान नहीं दे सकते है।
इस मुद्दे को लेकर शहर कोतवाल से बात करने पर बताया कि निकिता ने वर्ष 2022 में अतुल सुभाष के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। अतुल के ख़ुदकुशी की खबर मीडिया के जरिए मिल रही है अभी तक कोई निकिता के परिवार जनो के खिलाफ कोई तहरीर आदि नहीं आयी है। हां बंगलूरू में निकिता सहित उसकी मां भाई और चाचा के खिलाफ एफआईआर की खबर मिल रही है। अगर कोई आदेश अथवा तहरीर मिलेगी तो पुलिस एक्शन में आयेगी और विधिक कार्यवाई होगी।

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