खरमास के साथ तमाम शुभ कार्य होगे बन्द जानिए कब से शुरू होगी शादी व्याह की लगन 74 दिन बजेगी शहनाई
ग्रहों के राजा भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ ही खरमास की शुरूआत हो जाएगी। 16 दिसंबर को सूर्यदेव वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसके साथ ही सभी मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा लेकिन धार्मिक कार्य अनवरत चलेंगे।
खरमास में पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन और भगवान विष्णु की आराधना का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान सूर्य वृश्चिक राशि से 15 दिसंबर को रात्रि 10:11 बजे धनु राशि में प्रवेश करेंगे। वह 14 जनवरी 2025 तक सुबह 8:55 बजे तक धनु राशि में रहेंगे। इसके बाद 15 जनवरी 2025 को सूर्य का गोचर मकर राशि में होगा। सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास की शुरुआत हो जाएगी। इस दौरान बुध ग्रह के स्थान पर अधिक जोर दिया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध देव बुद्धि, त्वचा, व्यापार व धन के ग्रह है। मंगल ग्रह भी 18 दिसंबर तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। बुध की वक्री चाल से कुछ राशियों के भाग्य में वृद्धि हो सकती है। जब सूर्य गोचरवश धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो इसे क्रमश: धनु संक्रांति व मीन संक्रांति कहा जाता है। सूर्य किसी भी राशि में लगभग एक माह तक रहते हैं। खरमास में सभी प्रकार के शुभ कार्य- जैसे विवाह, मुंडन, सगाई व गृह प्रवेश के साथ व्रत आरंभ आदि वर्जित रहते हैं।
खरमास महीने में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
नया घर, प्लॉट या फ्लैट भी नहीं खरीदना चाहिए, नए फ्लैट और घर में गृह प्रवेश भी नहीं करना चाहिए।
उपनयन संस्कार, किसी नए व्रत और पूजा अनुष्ठान की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए।
किसी नए काम की शुरुआत, दुकान की ओपनिंग जैसे काम को भी टाल देना चाहिए।
16 जनवरी से विवाह के शुभ मुहूर्त, बजेगी 74 दिन शहनाई
2025 में 14 जनवरी को खरमास का खत्म होगा। 16 जनवरी से विवाह सहित अन्य सभी तरह के मंगल कार्य शुरू होंगे। पंचांग के अनुसार जनवरी में 10 दिन फरवरी में 14 दिन, मार्च में 5 दिन, अप्रैल में 9 दिन, मई में 15 दिन, जून में 5 दिन के विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में विवाह के मुहूर्त नहीं हैं। चार माह के लिए भगवान विष्णु शयन में चले जाते हैं। नवंबर में 13 दिन और दिसंबर 2025 में मात्र तीन दिन विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। नये साल 2025 में 74 दिन शहनाई बजेगी।
जनेऊ का शुभ मुहूर्त फरवरी 2025 से आरंभ हो रहा है। फरवरी में तीन और सात फरवरी, मार्च में नौ और 10 मार्च, अप्रैल में सात, आठ, मई में 2, 7, 8, 29, जून में 5 एवं 6 को जनेऊ के शुभ मुहूर्त मिलेंगे। इसके अलावा मुंडन के लिए 31 जनवरी, फरवरी में 3, 7, 10, 17 और मार्च में 6, 10 को मुहूर्त हैं। अप्रैल में 17, 30, मई में 8, 9, 28, जून में 5, 6, 26, 27 और जुलाई में 2 और 4 को मुहूर्त मिलेंगे।
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