एआरटीओ विभाग का हैरतअंगेज खेल मुर्दे को देदी एनओसी, उसने बेच दिया वाहन
परिवहन विभाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां 'मुर्दे' ने आरटीओ ऑफिस आजमगढ़ में पहुंचकर अपनी चार पहिया वाहन की एनओसी ली और दूसरे को बेच दी। मामला तब सामने आया जब 'मुर्दे' की पत्नी ने परिवहन विभाग से लगायत मंत्रियों और आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। हालांकि मामला संज्ञान में आते ही आरटीओ ने गलती सुधारने के लिए एनओसी को रद्द कर दिया और आरोपी के खिलाफ संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
गाजीपुर के सुरहुरपुर जफ्ती गांव निवासी अल्का दुबे पत्नी सुनील दुबे ने शिकायत दर्ज कराई थी। अल्का ने बताया कि उनके पति सुनील दुबे के नाम से एक चार पहिया वाहन था। इसका पंजीकरण आजमगढ़ के आरटीओ में था। बताया कि उनके पति की मौत 18 अक्तूबर 2023 को हो गई। आरोप लगाया कि उनकी मृत्यु के चार माह बाद ही कुछ लोगों ने फर्जी तरीके से उनके पति के स्थान पर किसी अन्य को सुनील दुबे बताकर वाहन की एनओसी ले ली और उसको बेच भी दी। मामला संज्ञान में आते ही अल्का ने इसकी शिकायत आजमगढ़ आरटीओ कार्यालय में की। इसके साथ ही तत्कालीन एसपी अनुराग आर्य से लगायत आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत की। मामला संज्ञान में आते ही विभाग में हड़कंप मच गया अब गलती को सुधारने के लिए एनओसी पर रोक लगा दी और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
डाॅ आर एन चौधरी एआरटीओ प्रवर्तन का बयान आया है कि मामला मेरे संज्ञान में है। इस मामले में एनओसी को रद्द कर दिया गया है। साथ ही फर्जीवाड़ा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। संबंधित बाबू से स्पष्टीकरण मांगा गया है। गाड़ी मालिक मृतक सुनील दुबे की पत्नी से कहा गया कि वह गाजीपुर आरटीओ में जाकर वाहन को अपने नाम से पंजीकरण कराएं। हालांकि अभी वाहन उनके नाम हुआ कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
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