अनुराग हत्याकांड की आज भी धधक रही है आग,पुलिस की कार्रवाई से असन्तुष्ट परिजन डीएम से पूंछा कब मिलेगा न्याय
जौनपुर। जनपद के थाना गौराबादशाहपुर क्षेत्र स्थित कबीरूद्दीनपुर गाँव में विगत 30 अक्टूबर की सुबह ताइक्वांडो खिलाड़ी 17 वर्षीय अनुराग यादव की तलवार से गर्दन काटकर की गई हत्या की आग ठन्डा होने का नाम नहीं ले रही है। घटना के बाद छठवें दिन मृतक अनुराग के पिता रामजीत यादव एवं दोनो बहने स्वाती और अनुराधा जिलाधिकारी के पास घटना के समय उनके द्वारा दिये गए आश्वासन और पुलिस खास कर थानाध्यक्ष गौराबादशाहपुर की कार्रवाई से असंतुष्ट थानाध्यक्ष की खुली शिकायत करने के लिए डीएम डाॅ दिनेश चंद्र सिंह से कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में मिली तथा पुलिस की कार्रवाई को असन्तुष्ट होना बताया साथ ही अभियुक्त रमेश यादव पुत्र लालता यादव के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग किया है।
जिलाधिकारी से मिलने के पश्चात मृतक किशोर युवक खिलाड़ी अनुराग यादव के पिता और दोनो बहने स्वाती और अनुराधा मीडिया के समक्ष आते ही बुरी तरह भड़की। पुलिस खास कर थानाध्यक्ष गौराबादशाहपुर पर पैसा लेकर मुल्जिमो के साथ उदारता वाला व्यवहार अपनाने का खुला आरोप लगाया है। दोनो बेटियों ने कहा हमारे भाई की हत्या के पीछे कहीं न कहीं पुलिस गौराबादशाहपुर का संरक्षण है। तभी तो अनुराग के हत्यारे को स्कॉर्पियो वाहन से एक रिस्तेदार की तरह जेल भेजा गया है। इतना ही नही इस हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड दरोगा राजेश यादव पुत्र लालता यादव को भी बड़े सम्मान के साथ न्यायालय में गौराबादशाहपुर के थानाध्यक्ष ने भेजवाया है।बेटीयों का आरोप है कि थानेदार राजाराम द्विवेदी हमारे घर आकर मुस्कुरा कर चले जाते है। उनके चेहरे पर जरा भी घटना को लेकर दुख नहीं है। इस तरह पीड़ित परिवार थाना गौराबादशाहपुर की पुलिस की कार्रवाई के प्रति पूरी तरह से असंतुष्ट नजर आया है।
अनुराधा ने अपने बयान के दौरान राज कुमार नामक युवक का नाम लेते हुए कहा कि वह आज भी हमारे परिवार को धमकी दे रहा है गौराबादशाहपुर पुलिस को बताया गया लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि पुलिस अपराधियों से मिली हुई है। पीड़ित परिवार को आगे भी घटना के लेकर लीपापोती किए जाने की प्रबल संभावना व्यक्त किया गया है।अनुराग के पिता अपने बेटे के हत्या की कहांनी बताते हुए फफक पड़े और कहा कि इस हत्याकांड के चार अभियुक्त तो पूरे पुलिसिया आदर सम्मान के साथ जेल भेजे गए लेकिन दो अभियुक्त घटना के छठवें दिन भी फरार चल रहे है। थाना गौराबादशाहपुर की पुलिस उनकी तलाश आज तक नही कर सकी है। सवाल खड़ा किया कि पुलिस की तेजी कहां गयी। उन्हे भी मैनेज कर रिस्तेदार की तरह जेल भेजवा दिया जायेगा।
अनुराधा ने अपने बयान के दौरान राज कुमार नामक युवक का नाम लेते हुए कहा कि वह आज भी हमारे परिवार को धमकी दे रहा है गौराबादशाहपुर पुलिस को बताया गया लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि पुलिस अपराधियों से मिली हुई है। पीड़ित परिवार को आगे भी घटना के लेकर लीपापोती किए जाने की प्रबल संभावना व्यक्त किया गया है।अनुराग के पिता अपने बेटे के हत्या की कहांनी बताते हुए फफक पड़े और कहा कि इस हत्याकांड के चार अभियुक्त तो पूरे पुलिसिया आदर सम्मान के साथ जेल भेजे गए लेकिन दो अभियुक्त घटना के छठवें दिन भी फरार चल रहे है। थाना गौराबादशाहपुर की पुलिस उनकी तलाश आज तक नही कर सकी है। सवाल खड़ा किया कि पुलिस की तेजी कहां गयी। उन्हे भी मैनेज कर रिस्तेदार की तरह जेल भेजवा दिया जायेगा।
जिलाधिकारी से मिलने पर मृतक की बेटियों ने डीएम से बात करते हुए थानाध्यक्ष गौराबादशाहपुर पर भी विभागीय कार्रवाई करने की मांग किया साथ ही डीएम से सवाल किया कि घटना के समय आपने अभियुक्तो के घर पर बुलडोजर चलाने का वादा किया था आज छठवां दिन है आप कब अपना वादा पूरा करेंगे। डीएम ने पीड़ित परिवार को फिर आश्वासन की घुट्टी पिलाया कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है जल्दी ही बड़ी कार्रवाई होगी। पिता रामजीत यादव ने कहा डीएम ने भरोसा दिया है देखिए हमको न्याय कब मिलता है।
इसके बाद घटना को लेकर चल रही मजिस्ट्रियल जांच के अधिकारी एडीएम वित्त के पास पहुंच कर मृतक अनुराग के परिवार जनो सहित गांव के प्रधान एवं आसपास के लगभग तीन चार दर्जन ग्रामीण जन अपना बयान दर्ज कराये।यहा पर भी मृतक अनुराग के परिजनो ने पुलिस की कार्रवाई पर असन्तोष जाहिर किया और घटना को तफसील से बताते हुए कहा कि घटना के दिन सुबह मामूली विवाद के बाद लालता यादव के पुत्र रमेश यादव घर के अंदर से तलवार लेकर निकला उसके साथ उसके परिवार वाले भी थे सभी ने ललकारा और रमेश ने अनुराग की गर्दन तलवार से काटकर हत्या कर फरार हो गया। हत्याकांड के बाद पुलिस चाहती तो रमेश को गिरफ्तार कर सकती थी लेकिन गौराबादशाहपुर की पुलिस ने प्रयास ही नही किया।था।
इसके बाद घटना को लेकर चल रही मजिस्ट्रियल जांच के अधिकारी एडीएम वित्त के पास पहुंच कर मृतक अनुराग के परिवार जनो सहित गांव के प्रधान एवं आसपास के लगभग तीन चार दर्जन ग्रामीण जन अपना बयान दर्ज कराये।यहा पर भी मृतक अनुराग के परिजनो ने पुलिस की कार्रवाई पर असन्तोष जाहिर किया और घटना को तफसील से बताते हुए कहा कि घटना के दिन सुबह मामूली विवाद के बाद लालता यादव के पुत्र रमेश यादव घर के अंदर से तलवार लेकर निकला उसके साथ उसके परिवार वाले भी थे सभी ने ललकारा और रमेश ने अनुराग की गर्दन तलवार से काटकर हत्या कर फरार हो गया। हत्याकांड के बाद पुलिस चाहती तो रमेश को गिरफ्तार कर सकती थी लेकिन गौराबादशाहपुर की पुलिस ने प्रयास ही नही किया।था।
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