ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग की हत्या के गम में सैकड़ो घरो में नहीं मनी दिवाली,घटना का मुख्य अभियुक्त भी पहुंच गया जेल,पीड़ित के घर अभी तक नहीं पहुंची सपा सांसद
जौनपुर। जनपद के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर गांव में 30 अक्टूबर की सुबह जमीन विवाद की रंजिश के चलते ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव (17) की तलवार से गर्दन काटकर की गई हत्या के शोक में गांव ही नहीं पड़ोसी गांव के सैकड़ो घरों में दीपावली को दीपक नहीं जले और चूल्हे भी नहीं जले। गांव में अंधेरा और मातम छाया रहा। अनुराग के घर में तो परिजन बिलखते रहे एक आवाज चीख और चित्कार की सुनाई दे रही थी। मृतक अनुराग की मां और बहन बेसुध नजर आई। अनुराग के पिता रामजीत तो बेटे के जीते हुए ताइक्वांडों मेडल को सीने से लगाकर रोते-रोते बेहोश हो रहे थे। वहीं, मां आशा व बहने खुशबू, निधि, सुधा, लता व आराधना रोते-रोते बेसुध हो गईं। ग्रामीण उन्हें ढांढस बंधाते रहे।
बता दें कबीरुद्दीनपुर गांव के लालता यादव और रामजीत यादव के बीच लगभग डेढ़ बिस्वा बंजर की जमीन को लेकर लगभग 30 साल से विवाद चल रहा है। इसे निपटाने के लिए रामजीत राजस्व विभाग के लेखपाल और कानूनगो के दरवाजे पर एड़िया रगड़ता रह गया लेकिन राजस्व कर्मी विवाद को नही खत्म कराये। जिसका परिणाम रहा कि घटना के एक दिन पूर्व 29 अक्टूबर 24 मंगलवार को अनुराग ने दीपावली पर साफ सफाई के लिए अपने चचेरे भाई रामजस के साथ विवादित जमीन पर घास काटकर सफाई की थी। इसी बात की रंजिश को लेकर लालता यादव और रामजस के बीच 30 अक्टूबर की सुबह 07 बजे तूतू मैमै हो रही थी तभी 7.15 बजे सुबह के आसपास लालता यादव का बेटा रमेश तलवार लेकर अपने घर के अन्दर से बाहर निकला और रामजस पर हमला करने की नीयत से दौड़ा सामने अनुराग ब्रश करता मिल गया उसी की गर्दन काटकर हत्या कर दी। फिर आरोपी ने चचेरे भाई रामजस को भी तलवार से मारने के लिए दौड़ा लिया। रामजस ने विद्यालय के बाउंड्री से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने आरोपी रमेश के पिता लालता यादव को तत्काल घर में घुसकर गिरफ्तार कर लिया वह घर के अंदर छिपा था। पुलिस अधीक्षक ने रमेश के घर के अंदर से अवैध पिस्टल दो कट्टा चार तलवार, दो चापड़ आदि बरामद किया। बताया जाता है कि लालता का एक बेटा जो पुलिस विभाग में उसके द्वारा ही इन अवैध असलहो को लाकर घर में रखा गया था थाने की पुलिस बेखबर रही।
अभियुक्त लालता यादव
घटना को अंजाम देकर फरार हो गए मुख्य अभियुक्त लालता यादव के दो बेटे रमेश यादव और सूरज यादव दोनो लालता के पुत्र जो पुलिस विभाग में है की सहायता से 31 अक्टूबर की रात लखनऊ स्थित अलीगंज थाने पर सरेंडर हो गए। अलीगंज पुलिस ने दोनो हिरासत में ले लिया है। लखनऊ पुलिस ने जौनपुर पुलिस से संपर्क साधा और जौनपुर पुलिस लखनऊ पहुंचकर दोनो हत्यारों सूरज यादव और रमेश यादव को अपने कस्टडी में ले लिया है और जौनपुर लाने के पश्चात 01नवंबर 24 को सुबह थाना गौराबादशाहपुर में आमद करने के बाद दर्ज मुअसं 250/24 धारा 3,191(3) ,131, 103 (2),61(2)(ए) बीएनएस तथा 7 सीएलए एक्ट एवं 4/25 आर्म्स एक्ट के तहत शुक्रवार को ही जेल भेज दिया है।
मुख्य अभियुक्त रमेश यादव
पुलिस ने सूरज यादव पुत्र लालमोहन यादव को नाबालिक मान कर बाल अपचारी बता दिया है। इस तरह मुख्य हत्यारा भी पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जेल भेज दिया गया है। शेष अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीओ केराकत के नेतृत्व में तीन टीम गठित की गई है।
इसके पहले बृहस्पतिवार 31 अक्टूबर को पुलिस ने चालान कर मुख्य आरोपी रमेश के पिता लालता को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। गांव में तीसरे दिन बृहस्पतिवार को चप्पे-चप्पे पर जलालपुर, केराकत, सिकरारा, जफराबाद, चंदवक, महिला थाने और डेढ़ सेक्शन पीएसी फोर्स तैनात रही। अनुराग के घर के सामने और आरोपी के घर पास पुलिस का पहरा लगा हुआ है। हलांकि जफराबाद से सुभासपा विधायक जगदीश राय ने मृतक के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। विधायक ने एसपी डॉ.अजय पाल शर्मा और डीएम दिनेश चंद्र को फोनकर मुख्य आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और राजस्व विभाग की लापरवाही में निष्पक्ष जांच कर विभागीय कार्रवाई की मांग की। विधायक ने मृतक के पिता रामजीत को भरोसा दिलाया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सहायता राशि की मांग करेंगे।
अनुराग यादव के मौत पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त किया लेकिन मछलीशहर सुरक्षित संसदीय क्षेत्र की सपा सांसद सुश्री प्रिया सरोज के पास समय नही मिला कि घटना के 72 घन्टे बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवार का दुख दर्द बांटने के लिए उनके घर नहीं पहुंच सकी है। मृतक अनुराग का गांव कबीरुद्दीनपुर मछलीशहर सुरक्षित संसदीय क्षेत्र का गांव है। क्षेत्रीय सांसद की उदसीनता इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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