राम कथा शुरू होने के एक दिन पूर्व ही राम की भक्ती में सराबोर हो गया जौनपुर, हजारो महिलाओ के साथ निकाली गई कलश यात्रा



जौनपुर। सेवा भारती काशी प्रांत के तत्वावधान में जनपद के बीआरपी इंटर कॉलेज के मैदान में 10 नवंबर से प्रस्तावित राम कथा के एक दिन पूर्व जनपद मुख्यालय को राम मय बनाते हुए समाज सेवी ज्ञान प्रकाश सिंह के नेतृत्व में गोमती के पावन तट नव दुर्गा मंदिर के समक्ष विसर्जन घाट से बीआरपी इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित सात दिवसीय रामकथा के प्रचार-प्रसार के लिए शनिवार को सेवा भारती काशी प्रांत के निर्देशन में भव्य कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया। विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण के बाद पूरे विधि-विधान से कलश यात्रा को श्रीरामकथा स्थल के लिए सद्भावना पुल से रवाना किया गया।
कलश यात्रा के लिए सुबह से ही महिलाएं निर्धारित स्थान पर पहुंच रहीं थी। पीली साड़ियों में सज-धजकर महिलाएं अपने सिर पर कलश लेकर निकली तो यह ऐतिहासिक क्षण आकर्षण का केंद्र बन गया। कलश यात्रा के आगे-आगे तरह-तरह की झांकियां चल रही थी जिसे लोग अपने-अपने कैमरों में कैद करते नजर आए।
कलश यात्रा के बीच में अंतरराष्ट्रीय कथावाचक प्रेमभूषण जी महाराज सजी हुई कार में चल रहे थे। उनके ठीक पीछे खुली जीप में रामकथा के प्रायोजक समाज सेवी एवं भाजपा के नेता ज्ञान प्रकाश सिंह चल रहे थे। वह कलश यात्रा के दौरान हाथ जोड़कर सड़क के दोनों तरफ खड़ी जनता का अभिवादन कर रहे थे। इसके साथ ही सजी हुई दूसरी कार में ज्ञान प्रकाश सिंह की धर्मपत्नी भी चल रही थी। सड़क के दोनों किनारे जनता और समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा फूलों की वर्षा की जा रही थी। बताते चलें कि इस ऐतिहासिक कलश यात्रा में महिलाओं और युवाओं का जोश जिस तरह से दिखा उससे यह साबित होता है कि सनातन धर्म के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है। 
शनिवार को रामकथा के लिए निकली कलशयात्रा से पूरा नगर भक्तिमय हो गया। कलश यात्रा के दौरान जय श्री राम के उद्घोष से आस-पास का इलाका गूंजता रहा। कलश यात्रा के साथ भगवान राम दरबार की झांकी रथ पर चल रही थी। इसके साथ ही भगवान रामजी की वानरी सेना की झांकी, शिव-पार्वती और नंदी की झांकियां साथ-साथ चल रही थी। यह ऐतिहासिक दृश्य देखने वाले अपने आप सौभाग्यशाली मान रहे थे। कलश यात्रा रामकथा स्थल पर पहुंचने से पहले झांकियों का प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र रहा। पुलिस प्रशासन भी यातायात की समुचित व्यवस्था किया था जिससे कि नगर में जाम न लगने पाए। इधर कार्यकर्ता भी पूरी जोश से जय श्री राम का नारा लगाते हुए कलश यात्रा के साथ चल रहे थे। इस अद्भुत दृश्य को देखकर पॉलिटेक्निक चौराहा से वाजिदपुर तिराहे तक चलने वाले वाहनों से यात्री भी वाहनों से हाथ निकालकर जय श्री राम का नारा लगाते हुए अभिवादन कर रहे थे।
जिले के इतिहास में यह ऐतिहासिक कलश यात्रा विसर्जन घाट से शुरू होकर सद्भावना पुल, केरारवीर मंदिर, चहारसू चौराहा, शाही पुल, रूहट्टा, पॉलिटेक्निक चौराहा, वाजिदपुर तिराहा होते हुए बीआरपी कॉलेज के मैदान में पहुंची। कलश यात्रा शुरू होने से पहले जिस उत्साह व श्रद्धा से लोग इसमें सहयोग दे रहे थे वह क्षण देखने लायक था। सभी कार्यकर्ता कलश को मां और बहनों को पकड़ा रहे थे और मां-बहनें भी काफी उत्साह से कलश को लेकर यात्रा में चल रही थीं और साथ ही जय श्री राम का नारा लगा रही थीं। इसके साथ ही जगह-जगह समाजसेवी संगठनों ने भी जगह-जगह कलश यात्रा का स्वागत किया। कलश यात्रा में शामिल लोगों के लिए पेयजल की भी व्यवस्था की गई थी ताकि किसी को भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
इसके साथ ही पानी की बोतलों से भरी हुई एक गाड़ी भी साथ-साथ चल रही थी और कार्यकर्ता महिलाओं को पानी भी वितरित करते नजर आए। जिस रास्ते से कलश यात्रा गुजरी लोग सड़क किनारे, अपने-अपने छतों से, बारजों से अपने-अपने मोबाइल में यह ऐतिहासिक क्षण कैद करते नजर आए।

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