पंडित चंद्रेश मिश्र पत्रकारिता जगत के युग पुरूष रहे- डाॅ आर एन त्रिपाठी


जौनपुर। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार रहे स्मृतिशेष पंडित चंद्रेश मिश्र की तृतीय पुण्यतिथि मुख्यालय स्थित पत्रकार भवन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इष अवसर पर वक्ताओ ने पंडित जी के बाबत तमाम स्मरण बताते हुए उनके जीवन पर चर्चा किया। पंडित जी को पत्रकारिता का युग पुरूष बताते हुए उनके जीवन को समाज के अनुकरणीय बताया। 
कार्यक्रम में मानस कथा सुनाते हुए आरपी ओझा ने मंचस्थ व्यास पीठ से राम चरित मानस के उपायदेयता को बताया कि सोई जननी सोई सुथ बड़भागी जो पितु मातु चरन अनुरागी आदर्श पुत्र को रेखांकित करते हुए बताया इस जगत में उसी का जन्म धन्य है, जिसको माता-पिता प्राणों के समान प्रिय हैं, उसके करतल (मुट्‌ठी) में चारों पदार्थ अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष रहते हैं। भरत महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि पद पर शासन करना भोग कहलता है पदुका पर सेवा करना योग कहलाता है।
इसके पश्चात श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ मुख्य अतिथि प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी ने कहा कि श्रद्धेय पंडित जी की पत्रकारिता समाज के एक दिशा प्रदान करने वाली थी। उनके नाम की व्यख्या करते हुए बताया कि वह चन्द्रमा की तरह शीतल आचरण एवं धारदार पत्रकारिता के पुरोधा रहे। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मनोज मिश्र पूविवि जन संचार विभाग के विभागाध्यक्ष कहा कि पंडित जी पत्रकारिता जगत के युग पुरुष थे समाज मे पूज्यनीय वही होता है जो समाज के हित के लिए काम करता है। कुटीर संस्थान के व्यवस्थापक  डॉ अजयेन्र्द कुमार दुबे ने कहा कि जनपद जौनपुर में  आजादी के लिए तमाम पत्रकार लडे लेकिन पंडित चंद्रेश मिश्र की पत्रकारिता तीर्थराज प्रयाग की तरह निर्मल रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामकृष्ण त्रिपाठी ने किया। वरिष्ठ समाज सेवी एवं राजनैतिक बशिष्ट नारायण सिंह तथा जौनपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष कपिल देव मौर्य ने पंडित जी के जीवन पर प्रकाश डालते उनको जाति धर्म से उपर उठकर कर समाज हित का पत्रकार बताया। पंडित जी को एक महान समाज सुधारक बताते हुए कहा कि लोगो के एक दूसरे से जोड़कर कर आपसी सौहार्द स्थापित करने का काम पंडित जी ने अपने जीवन पर्यन्त किया।
इस अवसर पर पंडित श्री भूषण मिश्र, देवेश उपाध्याय, गौरीशंकर मिश्र, अनिल सिंह राजीव सिंह, रामदयाल द्विवेदी, प्रभाकर त्रिपाठी, शम्भूनाथ सिंह, फूलचंद भारती, दया सागर राय, अखिलेश श्रीवास्तव, डाॅ पीसी विश्वकर्मा, प्रेम शंकर यादव, अमित सिंह, शिवानंद शुक्ल सहित तमाम प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सभाजीत द्विवेदी प्रखर ने किया। अन्त में  पंडित जी के जेष्ठ पुत्र अशोक कुमार मिश्रा ने अभ्यागत सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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