दलित युवक की मौत के मामले में चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर, रात भर चलाता रहा चक्का जाम


विकासनगर में पुलिस हिरासत में हुई अमन गौतम की मौत के मामले में शनिवार शाम शुरू हुआ जाम प्रदर्शन रात भर चलता रहा। पुलिस ने देर रात लाठी मारकर उनको खदेड़ा भी। परिजनों का आक्रोश इस कदर था कि वह शव का अंतिम संस्कार करने को राजी नही थे। आनन-फानन में पुलिस ने एक नामजद समेत चार पुलिस वालों पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब रविवार दोपहर को परिजन अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती है। भीमा आर्मी चीफ चंद्रशेखर अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की है। 
विकासनगर सेक्टर-8 में शुक्रवार रात जुआ होने की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। पार्क के पास मौजूद 24 साल के अमन गौतम और उनके दोस्त सोनू को उठा ले आई थी। कुछ देर बाद अमन की मौत हो गई थी। परिजनों ने पुलिस पर पीटकर मारने का आरोप लगाया था। तहरीर भी दी थी। शनिवार को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इधर परिजन और सैकड़ों इलाकाई लोग शनिवार शाम करीब चार बजे खुर्रमनगर चौराहे के पास जुटे। सड़क जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे।
परिजनों का कहना था कि अमन कभी भी जुआ नहीं खेलता था। जो लोग जुआ खेलते थे उनको पुलिस नहीं पकड़ पाई। अमन घर के बाहर अपने दोस्त के साथ खड़ा था तो पुलिस उसको उठा ले गई थी। पीटकर मार दिया। देर रात तक प्रदर्शन चलता रहा। इस बीच पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़ा भी। लेकिन, परिजन किसी भी हालत में शव लेने को राजी नहीं थे। लिहाजा तहरीर के आधार पर सिपाही शैलेंद्र व अन्य तीन अज्ञात पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। तब परिजन शवा का अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। 
पुलिस ने मामले में अमन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी दी है। दावा किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई भी जाहिरा चोट नहीं आई है। कार्डियोजेनिक शॉक से मौत होने की पुष्टि हुई है। हालांकि परिजन आरोपो पर अड़े हैं। उनका सीधा कहना है कि पुलिस की पिटाई की वजह से अमन बेहोश और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। 
घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। जिसमें एक पुलिसकर्मी अमन को पकड़कर ले जा रहा है। तीन अन्य साथ में है। ये फुटेज शुक्रवार रात सवा दस बजे का है। इससे एक बात तो साफ हो गई है कि जब अमन की हालत बिगड़ी और मौत हुई तब वह पुलिस हिरासत में ही था।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एव॔ पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजधानी में दलित युवक की मौत के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने शनिवार को जारी अपने बयान मे कहा कि लखनऊ के मोहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ कल शाम पुलिस द्वारा बर्बरता से की गई से पिटाई से हुई मौत की घटना दुखद है। इसे लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। सरकार दोषी पुलिस वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।
परिजनों से मिलने पहुंचे चन्द्रशेखर
इस घटना के बाद नगीना के सांसद चन्द्रशेखर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उनके साथ पूर्व आईपीएस अनुराग ठाकुर और उनकी पत्नी भी रहीं। 

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