मनोवैज्ञानिक दृष्टि से कौशल विकास अनिवार्य : डॉ माया सिंह
जौनपुर। मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित मनोवैज्ञानिक कार्यशाला में मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, टीडी कॉलेज की मनोविज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. माया सिंह ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रोजेक्ट्स/मॉडल की प्रशंसा की और उन्हें प्रेरित किया।
डॉ. माया सिंह ने कहा, "मनोवैज्ञानिक दृष्टि से शिक्षा का नया आयाम प्राप्त होता है, जो न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक सुधार में भी सहायक होता है। छात्रों द्वारा किए गए प्रोजेक्ट्स से उनकी मानसिक कौशल का विकास होता है, जो शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक प्रगति का सूचक है।"
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्राचार्य, डॉ. अब्दुल कादिर खान ने कहा, "मनोविज्ञान मानव विकास की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कारक है। यह न केवल शिक्षा बल्कि समाज में भी सुधार और विकास की दिशा में योगदान करता है।
डीएलएड प्रभारी, आर पी सिंह ने भी इस मौके पर सोशल मीडिया के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया के अधिक उपयोग से बच्चों की मानसिक शक्ति प्रभावित हो रही है, जिसे सही मार्गदर्शन और मनोवैज्ञानिक मदद से सुधारा जा सकता है।
समारोह के अंत में, मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख, डॉ. ममता सिंह ने उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. माया सिंह को बुके, अंगवस्त्रम और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।सेमिनार में मनोविज्ञान विभाग की डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव, डॉ.अंकिता श्रीवास्तव, और महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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