पूर्व सांसद रेवती रमण के खिलाफ आचार संहिता उलंघन के मामले में पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट



पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह के मतदान केंद्र के बाहर पहुंचने पर हंगामा हो गया। सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, आचार संहिता उल्लंघन के साथ चुनाव प्रभावित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उन्हें मय चालक हिरासत में ले लिया गया। फिर आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। मामले में चालक व 50 अज्ञात समर्थकों को भी आरोपी बनाया गया है। उधर, पूर्व सांसद ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया।
पूर्व सांसद प्रयागराज लोकसभा सीट से गठबंधन प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह के पिता हैं। वह शनिवार शाम चार बजे के करीब अचानक करेली के 60 फीट रोड पर स्थित राजस्व प्रशिक्षण मतदान केंद्र के पास पहुंच गए। उनके पहुंचते ही वहां समर्थकों की भीड़ जुट गई। जानकारी पर पहुंचे एसीपी करेली पुष्कर वर्मा से उनकी नोकझोंक भी हुई। इसके बाद उन्हें थाने में लाकर मुकदमा पंजीकृत किया गया। बाद में प्रत्याशी उज्ज्वल रमण के पहुंचने पर उन्हें आवश्यक कार्रवाई के बाद छोड़ दिया गया। उधर, सपा प्रदेश कार्यालय लखनऊ में निर्वाचन कार्य देख रहे केके श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने घटना के संबंध में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से बात की है।
रिपोर्ट करेली थाने के दरोगा मनीष कुमार राय की तहरीर पर दर्ज की गई। इसमें बताया कि मतदान के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि रेवती रमण सिंह वाहन में गनर के साथ आकर मतदान केंद्र लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र के सामने रुके हैं। समर्थकों को अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट डालने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। मौके पर पहुंचने पर देखा कि वहां काफी भीड़ लगी थी। रेवती रमण फॉर्च्यूनर कार में चालक चंद्रशेखर व दो गनर संग बैठे थे।
वाहन पास मांगने पर चालक ने जिला निर्वाचन, प्रयागराज का सात मई को निर्गत वाहन पास दिखाया जिसमें 23 मई 2024 की शाम पांच बजे तक अनुमति अंकित है। निर्देश के विपरीत पास वाहन के शीशे पर भी चस्पा नहीं था। वाहन के आगे दाहिने तरफ सपा का झंडा लगा था व अंदर तीन और झंडे लगे मिले। आरोप है कि समर्थक पुलिस के विरुद्ध मुर्दाबाद का नारा लगाने लगे व अमर्यादित बातें करते हुए चुनाव बहिष्कार व किसी भी मतदाता को वोट नहीं डालने देने की बात कहने लगे। काफी समझाने के बाद भी शांत नहीं हुए और समर्थकों समेत पुलिस पार्टी पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का प्रयास करने लगे।
रेवती रमण सिंह, पूर्व सांसद का कथन है कि मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया जा रहा था। यह शिकायत मिलने पर मैं करेली गया। वहां पुलिस अफसर ने अभद्रता की। इसके बाद मुझे थाने चलने को कहा गया, जिस पर मैं थाने में जाकर बैठ गया। अभद्रता के मामले में मैं भी पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा लिखाऊंगा।

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