भाजपा नेता के सुरक्षा में लगे गनर की मौत पर सांसद जौनपुर ने निष्पक्ष जांच और एक करोड़ रूपये मुआवजा देने की उठाई मांग
मृतक आरक्षी की पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप एफआईआर दर्ज कर जांच की किया मांग
जौनपुर। भाजपा नेता मनोज सिंह की सुरक्षा में तैनात किए गए सरकारी गनर आरक्षी रत्नेश प्रजापति की गोली लगने मौत के मामले में पत्नी के आरोप ने जहां घटना को नया मोड़ दे दिया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सपा सांसद जौनपुर बाबूसिंह कुशवाहा पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर मृतक आरक्षी के पत्नी और बच्चो से मुलाकात कर उन्हे ढाढस बधाया साथ ही परिवार जनो की मांग पर मुहर लगाते हुए घटना के निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है साथ ही मृतक सिपाही के परिवार को एक करोड़ रूपये का मुआवजा राशि देने की मांग प्रदेश सरकार से किया है।
यहां बता दे घटना की खबर मिलते ही सांसद बाबूसिंह कुशवाहा दल बल के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गये और गोली काण्ड के बाबत जानकारी लिया तथा पुलिस अधिकारी द्वारा असलहा सफाई के दौरान घटना को लेकर दिए बयान को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि अधिकारी मौके पर मौजूद नही थे। पंचनामा में गन सफाई के दौरान गोली चलना दिखाना गलत है। घटना की एफआईआर दर्ज करके निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए उन्होंने कहा कि पुलिस के अधिकारी द्वारा अस्पताल ले जाने वाले बयान भी गलत है रात में रत्नेश को गोली लगी और छह बजे सुबह उसे अस्पताल ले जाया गया इसलिए घटना संदिग्ध लग रही है जांच होना जरूरी है। सांसद श्री कुशवाहा ने प्रदेश सरकार से मांग किया कि आरक्षी के परिवार को सुरक्षा दिया जाए और उसे परिवार को एक करोड़ रूपये का मुआवजा दिया जाए। पुलिस जिस तरह से बयान दे रही है उसकी नीयत पर शक हो रहा है।
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतक आरक्षी की पत्नी साधना प्रजापति ने मीडिया के समक्ष बयान देते हुए अपने साथ न्याय की गुहार लगाई है।उसने कहा कि रात में दस बजे के आसपास मुझसे मेरे पति से बात हुई सबकुछ ठीक था वह आत्महत्या नहीं कर सकते है उनकी हत्या की गई है। घटना की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच करायी जाए और हमारे साथ न्याय होना चाहिए।
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