तेज रफ्तार डीसीएम ने मोटरसाइकिल सवार युवको को रौंदा, दो की मौके पर मौत एक अस्पताल में जीवन मौत के बीच है संघर्ष रत
कान में लीड लगाकर गाना सुनते हुए डीसीएम दौड़ा रहे चालक ने बाइक सवार तीन दोस्तों को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक डीसीएम में फंसकर 100 मीटर तक घिसटती चली गई और दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल हो गया। उसे ट्राॅमा-2 में भर्ती कराया गया है। वहीं, आरोपी चालक डीसीएम छोड़कर भाग निकला।
बिजनौर के परवर पूरब गांव निवासी मैकूलाल का बेटा करन (22), साथी संदीप (22) व इंद्र कुमार (23) के साथ बाइक से शाम चार बजे बहादुरखेड़ा स्थित सुअर बाड़ा जा रहा था। जंगली खेड़ा मोड़ से होते हुए बाइक सवार जैसे ही हाईवे पर चढ़े, तभी मोहनलालगंज-जुनाबगंज से आ रही डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी।
डीसीएम का पहिया पेट पर चढ़ने से संदीप की मौके पर मौत हो गई। इसके बाद आरोपी चालक डीसीएम छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने घायल करन व इंद्र कुमार को ट्राॅमा-2 में भर्ती कराया, वहां इलाज के दौरान करन की भी मौत हो गई। घायल इंद्र कुमार की हालत गंभीर है। इंस्पेक्टर आलोक राव के मुताबिक डीसीएम के नंबर के आधार पर मालिक व चालक के बारे में पता लगाया जा रहा है।
इसके अलावा मौके से कोई हेलमेट बरामद नहीं हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी भी नहीं बता पाए युवक हेलमेट पहने थे या नहीं। पुलिस का कहना है कि जख्मी युवक की हालत गंभीर है। वह कुछ बता पाने की सि्थति में नहीं है। इसके चलते यह तथ्य स्पष्ट नहीं हो पाया कि युवक हादसे के वक्त हेलमेट पहने थे या नहीं।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चालक कान में लीड लगाकर गाना सुन रहा था और डीसीएम की रफ्तार काफी तेज थी। हादसे के बाद बाइक डीसीएम के बंपर में फंस गई। इसके बाद चालक 100 मीटर तक डीसीएम दौड़ाता रहा। राहगीरों व दुकानदारों ने शोर मचाया, पर उसे कुछ सुनाई नहीं दिया। बाइक जब डीसीएम के टायर में फंसी तब चालक ने डीसीएम रोकी।
हादसे में संदीप की मौत की खबर जब घर पहुंची तो उनकी मां लखन देवी बेसुध हो गईं। संदीप परिवार का इकलौता बेटा था। पिता शिवचरन की पहले ही मौत हो चुकी है। वह बुजुर्ग मां व दो छोटी बहन के लिए जीने का अकेला सहारा था। उधर, करन की मौत की सूचना उनके घर पहुंची तो कोहराम मच गया। करन के परिवार में पिता मां इंद्रा और सात भाई हैं। पिता की मौत हो चुकी है। करन परिवार में सबसे छोटा था।
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