मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूँ, राजनीति में कोई प्रतिष्ठा नहीं चाहिए, मठ में इससे ज्यादा प्रतिष्ठा मिल जायेगी - योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पितवार को विधान सभा सत्र के अन्तिम दिन पूरे रौ में दिखे। खुद के राजनीति में आने का उद्देश्य भी बताया। साफ कहा कि मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं। राजनीति में कोई प्रतिष्ठा नहीं चाहिए। सिर्फ प्रतिष्ठा लेनी होती तो इससे ज्यादा अपने मठ में मिल जाती। जनता की सेवा के लिए हूं। जनता के साथ जो भी धोखा करेगा, उसे जेल भेजा जाएगा।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि हम जहां भी योजना बनाते हैं, एक पांव धरती पर रखकर ही बनाते हैं। गलतफहमी में न रहें। यह सरकार चलेगी। बुल्डोजर निर्दोष के लिए नहीं बल्कि अपराधियों के लिए है। बुल्डोजर से सिर्फ अपराधी डरते हैं और उन्हें डरना भी चाहिए।
विधानसभा में बजट सत्र चर्चा के दौरान नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा भर्ती संबंधी उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने सपा- कांग्रेस में हमला बोला। कांठ की हांडी बार- बार नहीं चढ़ती है। अब जनता विपक्ष के बहकावे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि संविधान का गला कौन घोट रहा है, यह जनता को पता चल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डा. भीमराव अंबेडकर के जन्म स्थल, कर्मस्थल को भव्य स्मारक बनाया। उन्होंने जहां उच्च शिक्षा ली, उसे खरीदकर इंडिया हाउस बनाया और स्कालरशिप शुरू की।
सपा के कार्यकाल में हुई भर्ती में ओबीसी को 27 फीसदी भी आरक्षण नहीं मिलता था, जबकि लोक सेवा आयोग के आंकड़ें बता रहे हैं कि अब ओबीसी, एससी, एसटी को 60 फीसदी से अधिक आरक्षण मिला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में सरकारी नौकरियों में पिक एंड चूज होता था। चाचा एवं भतीजा की कंपनी वसूली के लिए निकलती थी और पैसा लेकर लेखपालों की तैनाती होती थी।
हमने 5500 लेखपालों की तैनाती की है। इस पर कोई भी उंगली नहीं उठा सकता है। जब ये नौजवान फील्ड में जाएंगे तो पारदर्शिता आएगी। प्रदेश के नौजवान के साथ जो धोखा करेगा, उसकी नौकरी लेने का काम हमारी सरकार करती है। यही नहीं दोषियों को पूरी निर्ममता के साथ जेल भी भेजती है।
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