विकास हमारी प्राथमिकता है,सत्ता के दबाव में मेरे उपर आचार संहिता का हुआ मुकदमा - सांसद जौनपुर



जौनपुर। सांसद जौनपुर बाबूसिंह कुशवाहा जौनपुर लोक निर्माण विभाग के अतिथिगृह में जौनपुर संसदीय क्षेत्र की जनता से जन सम्पर्क के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान हमने जो वादे जनता से किए थे हमारा प्रयास है कि उन सभी कार्यो को कराते हुए जनता को लाभ पहुंचाने का काम करें इस दिशा में लगातार जौनपुर के उच्च अधिकारियों से मेरी वार्ता चल भी रही है। जिला प्रशासन ने गलत तरीके से किसी के दबाव में हमारे उपर आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कराया है।
सांसद ने कहा कि जौनपुर शहर के चारो तरफ रेलवे लाइन बिछी है। जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए रेलवे क्रासिंग स्थलो पर ओवर ब्रिज बनाने के लिए रेल मंत्री से बात चीत किया है उन्होंने कहा समस्या पुरानी है और प्रयास जारी है सांसद श्री कुशवाहा ने कहा ओवर ब्रिज बनने के बाद जाम की समस्या से जौनपुर शहर को निजात मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि अपने तीन चार माह के कार्यकाल में जनता से मिल रही शिकायती पत्र  के आधार पर यह स्पष्ट हो गया है कि जौनपुर के जन प्रतिनिधियों द्वारा जनता की मूलभूत समस्याओ की अनदेखी की गई है। हमारे समक्ष लगातार बिजली की समस्या जर्जर तार, ट्रान्सफार्मर और लोड आदि के साथ सड़क पानी शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्यायें आ रही है। सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इन समस्याओ से जनपद की आवाम को निजात मिल सके।
सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि 2014 सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बतौर मुख्य मंत्री जौनपुर के मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी ताकि जौनपुर सहित आसपास जिलो के मरीजो को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके और पूर्वांचल के युवा मेडिकल की अच्छी डिग्री प्राप्त कर अपने जीविकोपार्जन को आसानी से संचालित कर सके। लेकिन खेद है कि सपा की सरकार हटते ही वर्तमान सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज के साथ भेदभाव किया। जिसका परिणाम रहा कि आज तक यह मेडिकल कॉलेज आम जन के स्वास्थ्य के लिए लाभ कारी नहीं साबित हो सका है हमारा पूरा प्रयास है कि मेडिकल कॉलेज पूरी क्षमता के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य का काम कर सके। सांसद श्री कुशवाहा ने जनपद के सभी जन प्रतिनिधियों से अपील किया है कि आपसी राजनैतिक प्रतिद्वन्द्विता त्याग कर जनपद के विकास और जन हितो के लिए काम करें।
आचार संहिता का आरोप लगाते हुए सांसद के उपर दर्ज मुकदमें के संदर्भ में सांसद बाबूसिंह ने कहा कि 21 अप्रैल 24 को लखनऊ से मुझको जौनपुर आते समय सिंगरामऊ सीमा पर जौनपुर के कुछ साथी मिले हमने किसी को बुलाया नही सीधे मार्ग से जौनपुर आये हम बदलापुर कस्बा जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने रोक दिया हम सीधे जौनपुर मुख्यालय आ गए इसके बाद भी जिला प्रशासन ने हमारे खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया इतना ही नहीं विपक्ष का सांसद होने के कारण अभियोग पत्र भी न्यायालय भेज दिया जबकि सत्ता पक्ष लोगो द्वारा पूरे चुनाव भर आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई गयी थी ।उनके खिलाफ एक भी एफआईआर दर्ज नही करायी गयी।  यह भेद भाव सरकार के दबाव में जौनपुर प्रशासन ने किया और पुलिस अधीक्षक ने दबाव देकर चार्ज सीट भी कोर्ट में भेज दिया नोटिस मिलने पर कोर्ट में हाजिर होकर जमानत याचिका दाखिल किया न्यायाधीश ने 20 हजार के मुचलके पर जमानत दे दिया है। हमने कोई अपराध नहीं किया फिर भी प्रशासन ने अभियुक्त बना डाला है। अब जनता ही न्याय करेगी और इसका जबाव देगी।

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