यूपी भाजपा में मचे घमासान पर शीर्ष नेतृत्व हुआ नाराज, सार्वजनिक बयान बाजी से बचने की दी नसीहत


यूपी भाजपा में मचे घमासान को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कड़ी नाराजगी जताई है। हाईकमान ने पार्टी के सभी मंत्रियों और विधायकों को सार्वजनिक बयानबाजी और शक्तिप्रदर्शन जैसी स्थिति पैदा करने से बाज आने का फरमान भी सुनाया है। पार्टी हाईकमान की ओर से सभी नेताओं से यह भी कहा गया है कि मनभेद और मतभेद का सार्वजनिक प्रदर्शन करने की आदत पर लगाम लगाएं। सभी मंत्री अपने-अपने काम काज पर ध्यान दें, किसी दूसरे के कामकाज में दखलअंदाजी न करें।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में बुलाई गई दो दिवसीय मुख्यमंत्री की बैठक शुरू होने से पहले उप मुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। दोनों नेताओं की अमित शाह से मुलाकात हुई। सूत्रों की माने तो पहले अमित शाह ने दोनों डिप्टी से सीएम से बात की। इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष की मौजूद में यूपी के हालात पर चर्चा हुई है। दोनों डिप्टी सीएम ने अपने-अपने पक्ष रखे। इस पर उन्हें आपस से मिल जुलकर काम करने के साथ ही 10 विधानसभा के लिए होने वाले उप चुनाव में जुटने को कहा गया है।
उधर मुख्यमंत्री की शीर्ष नेतृत्व के किसी नेता से अकेले में मुलाकात तो नहीं हुई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पहुंचने पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष खुद यूपी भवन में करीब एक घंटे तक सीएम योगी से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यूपी की ताजा सियासी हालात पर चर्चा हुई है। सूत्रों का कहना है कि सीएम की भले ही शीर्ष नेतृत्व से अकेले में मुलाकात नहीं हुई, लेकिन बीएल संतोष ने सीएम के साथ हुई बातचीत का ब्योरा शीर्ष नेतृत्व के सामने रखा है। इसके बाद ही हाईकमान ने सभी नेताओं को सार्वजनिक रूप से बयानबाजी न करने की नसीहत दी है।

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