दिल्ली पुलिस का दरोगा बनकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला युवक गिरफ्तार पहुंच गया सलाखों के पीछे
दिल्ली पुलिस का फर्जी दरोगा बनकर बेरोजगारों को नौकरी दिलाने वाले आरोपी को जहानागंज थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी प्रद्युम्न कुमार जहानागंज थाना क्षेत्र के करउत गांव का निवासी है।
पुलिस ने उसके पास से दिल्ली पुलिस की वर्दी, टोपी, जूता, लैपटॉप व चार पहिया वाहन बरामद किया। आरोपी ने दो लोगों को दिल्ली पुलिस व एक को डाक विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर नौ लाख रुपये की ठगी की थी।
जहानागंज थाना क्षेत्र के बरहतिर जगदीशपुर गांव निवासी आकाश कुमार ने थाने में प्रार्थना-पत्र दिया था। आरोप है कि करउत गांव निवासी प्रद्युम्न कुमार अपने आपको दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर और काफी पहुंच वाला बताया। वर्दी पहने अपनी फोटो भी दिखाया। प्रद्युम्न कुमार ने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर गांव के कई लोगों से लगभग नौ लाख रुपये ले लिया। अरूण कुमार को पोस्ट ऑफिस में पोस्ट मैन के पद पर नौकरी करने के लिए कूटरचित फर्जी ज्वाईनिंग लेटर दिया गया।
इसके बाद उससे फिर से पैसा लेने के लिए उसके घर आकर बकाया धनराशि के लिए दबाव बनाने लगा। बार-बार धमकी भी दे रहा था। शक होने पर कि यह कोई उप-निरीक्षक नहीं है। इसने फर्जी उप-निरीक्षक बनकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिया है। जिसे पुलिस ने पकड़ लिया और थाने लाया।
यूट्यूब देखकर बनाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
जहानागंज थाने की पुलिस ने नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने उसके साथ पूछताछ की तो उसने कई चौका देने वाले राज खोले। आरोपी ने बताया कि पहले वह दिल्ली में अपने पिता के पास रहकर प्राइवेट नौकरी करता था।
आज कल लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है, इसी का फायदा उठाते हुए एक योजना बनाई। जिसमें लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा कमाना शुरु कर दिया। बताया कि वह गांव आकर बरहतीर जगदीशपुर निवासी आकाश कुमार के घर पहुंचा और उसे अपने झांसे में लिया।
आकाश ने अपने दोस्त सूरज भारती को पुलिस विभाग में और अरूण कुमार को पोस्ट आफिस में नौकरी दिलवाने के लिए कहा। आरोपी ने बताया कि पोस्टमैन के पद पर नौकरी करने के लिए अपने लैपटाॅप से यूट्यूब देखकर कूटरचित फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया था।
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