सोशल मीडिया की भ्रामक ख़बरों से विश्वनीयता में आई कमी - डॉ. विजयेंदु चतुर्वेदी


क्षेत्रीय पत्रकारों के कारण मुद्दों की राष्ट्रीय स्तर पर हो रही है चर्चा - बृजेश सिंह

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में नए दौर की क्षेत्रीय पत्रकारिता विषयक  विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. व्याख्यान में वक्ता  डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजयेंदु  चतुर्वेदी एवं लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने अपनी बात रखी. 
डॉ. विजयेंदु  चतुर्वेदी ने  कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारिता का स्वरूप एक दशक में पूरी तरह से बदल गया है. आज क्षेत्रीय पत्रकारिता के माध्यम से जहां एक तरफ लोगों को स्थानीय मुद्दों के बारे में जानकारी मिल रही है वहीं दूसरी तरफ जागरूकता आ रही है. क्षेत्रीय पत्रकारिता सामाजिक न्याय और समरसता के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा आज सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली बहुत सारी अविश्वसनीय और भ्रामक  ख़बरों से इसकी विश्वसनीयता में कमी आई है. सरकार भी सोशल मीडिया  पर निरंतर नजर रखे हुए है. 
वरिष्ठ पत्रकार बृजेश सिंह ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में पत्रकार को विनम्र, संस्कारी और व्यवहार कुशल होना चाहिए.  ज्ञान के साथ व्यवहार से  ही वह पत्रकारिता के क्षेत्र में एक अलग पहचान बना सकता है. आज क्षेत्रीय पत्रकारों के कारण बहुत सारे मुद्दे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ रहे है.   
जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो.  मनोज मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी होने के बाद सामाजिक ज्ञान को निरंतर बढ़ाते रहना है. उन्होंने कहा कि वेब माध्यम ने क्षेत्रीय पत्रकारिता को एक नया आयाम दिया है. इसे सकारात्मक तरीके से आगे ले जाने की जरूरत है. समन्वयक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने अतिथियों  का  परिचय एवं संचालन एवं डॉ. सुनील कुमार ने धन्यवाद् ज्ञापन  किया. इस अवसर पर डॉ. अवध बिहारी सिंह, आनंद सिंह,  पंकज सिंह, अमित मिश्रा, राहुल गुप्ता और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. 

Comments

Popular posts from this blog

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार

अटल जी के जीवन में 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा"की थी स्पष्ट क्षलक -डा अखिलेश्वर शुक्ला ।

पृथ्वीराज चौहान के वंशजों ने वापस ली याचिका ,हाईकोर्ट ने नए सिरे से जनहित याचिका दाखिल करने की दी अनुमति,जानें क्या है विवाद