बीएसए जौनपुर ने परिषदीय विद्यालयों के 270 शिक्षको के वेतन वृद्घि में आखिर रोक क्यों लगई है


जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों में नए सत्र में छात्रों का नामांकन नहीं करने वाले जिले के 270 परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का वेतन नहीं बढ़ेगा। बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही जिन विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति पचास फीसदी से कम मिली है, उस क्षेत्र के 11 बीईओ की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जिले में 2807 परिषदीय विद्यालयों का संचालन हो रहा है। इसमें 1930 प्राथमिक विद्यालय हैं। 411 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 466 कंपोजिट विद्यालय हैं। नए सत्र में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए अभियान चल रहा है। अधिकांश विद्यालयों ने नए सत्र में कुछ न कुछ नए छात्रों का पंजीकरण किया है। लेकिन इससे से 270 विद्यालय ऐसे हैं जिनमें नया सत्र शुरू होने के बाद एक भी नया नामांकन नहीं हुआ है। जिला प्रशासन इसे शिक्षकों की लापरवाही मान रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत इसकी निगरानी की जा रही है। 24 अप्रैल को टास्कफोर्स की बैठक में सीडीओ ने नए सत्र में हुए पंजीकरण की समीक्षा की थी। पाया गया कि 270 परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं, जिनमें चालू सत्र में एक भी नया नामांकन नहीं किया गया है। विद्यालयों की लापरवाही देखते हुए विभाग ने इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ नोटिस जारी किया। प्रधानाध्यापकों को बताना होगा कि किन कारण से नया नामांकन नहीं हो पाया।
जिले के 11 ब्लाॅकों में अधिकांश विद्यालय ऐसे मिले हैं, जिनमें छात्रों की उपस्थिति 45 फीसदी मिली। ऐसे ब्लाॅकों के खण्ड शिक्षा अधिकारी को नोटिस भेजा गया है। इनमें बदलापुर, धर्मापुर, करंजाकला, खुटहन, मछलीशहर, महराजगंज, मडियाहूं, मुंगराबादशाहपुर, रामनगर, सिकरारा और सिरकोनी ब्लॉक में छात्रों की उपस्थिति ठीक नहीं मिली है।
बीएसए डाॅ गोरखनाथ पटेल का स्पष्ट रूप से कथन है कि नामांकन नहीं बढ़ाने वाले शिक्षकों की वेतन नहीं बढ़ेगा। दोषी प्रधानाध्यापक, शिक्षक और क्षेत्र के बीईओ की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

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