भीषण हादसा: दस की मौत दर्जन भर झुलसे,विद्युत तार की चपेट में आयी बस बनी आग का गोला, सीएम ने व्यक्त की संवेदना


जनपद गाजीपुर में आज 11 मार्च सोमवार को बिजली की एचटी लाइन की चपेट में आने से बरातियों से भरी बस में अचानक आग लगने से बस बन गई आग का गोला  इस दुर्घटना में लगभग दस के आसपास बारातियों के दर्दनाक मौत की खबर आयी है। वहीं एक दर्जन से अधिक बाराती बुरी तरह से झुलसे हुए है जिनका उपचार जिला अस्पताल में कराया जा रहा है। घटना की खबर मिलने पर जिले के आला अधिकारी डीएम एसपी सहित सभी जिम्मेदार अधिकारी घटनास्थल पर पहुँच कर रेस्क्यू कराये है।
बिजली तार के चलते घटित आगजनी की इस घटना में खबर जारी होने तक दस लोगो के मौत की पुष्टि प्रशासन ने किया है।बताया जा रहा है कि सोमवार को बरातियों से भरी मिनी बस में एचटी लाइन के संपर्क में आग गई। जिससे  बस में आग लग गई। बस देखते ही देखते आग का गोला बन गई। इस दौरान धधकती आग में कई जिंदगिंयां थम गईं। हादसे के दौरान बस से कूदकर कईयों ने अपनी जान बचाई। एक महिला बिलखते हुए बताया कि बस में बच्चे और महिलाएं भी सवार थीं।
गाजीपुर के मरदह के महाहरधाम मंदिर के पास भैरो मंदिर पर शादी के लिए आ रहे वधू पक्ष के लोगों को इस दर्दनाक हादसे में झुलसने और मौत से गांव में हड़कंप का माहौल है। हर कोई घटना स्थल पर पहुंचा है। पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयास कर रही है। बताया जा रहा है हलांकि इस हादसे में प्रशासन के स्तर से छह लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, जिसमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। वहीं, दर्जनभर लोग झुलसे हुए हैं। दो लोगों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
हादसे की शिकार हुई बस बरातियों से भरी बताई जा रही है। कुल 38 बराती बस में सवार थे। सूचना पाकर मौके पर मोबाइल फोरेंसिक टीम भी पड़ताल के लिए पहुंच गई है। एचटी लाइन के संपर्क में आने से बस हादसे का शिकार हो गई। आग की चपेट में आने से कई लोग झुलस गए हैं। हालांकि, अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बस मऊ से एक वैवाहिक कार्यक्रम में जा रही थी।
मरदह थाना के 400 मीटर के पास एचटी तार इतना नीचे था कि उसके संपर्क में आने से बस में आ आग लग गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह भी मौके पर पहुंच गए हैं। एसपी ने बताया कि गाड़ी जनपद के बाहर की है। यह घटना कैसे हुई है, देखा जा रहा है। कितने लोगों की मौत हुई है। अभी यह बता पाना मुश्किल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर हादसे का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने झुलसे लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
खबर हृ कि बस में सवार एक महिला ने कूदकर अपनी जाच बचाई। उसने बताया कि बस में महिलाओं के साथ बच्चे भी सवार थे। विवाह में जाने के लिए लोग हंसी-खुशी जा रहे थे। हादसा अचानक हुआ। जब तक लोग बचते तब तक आगे ने विकराल रुप ले लिया था। चंद सेकंड में पूरी आग जल उठी। 

ये हुए हादसे का शिकार

पवन (13) पुत्र बालकिशुन
अज्ञात महिला (30)
आर्यन (7) पुत्र अरविंद
संगीता (30) पत्नी अरविंद
रंजन (18) पुत्री फूलचंद
नैंसी (19) पुत्री दिनेश
निर्जला सरोज (17) पुत्री दिनेश
अंश (5) पुत्री अरविंद
पूजा (24) पत्नी गोविंद
दिनेश कुमार (38) पुत्र फूलचंद
दर्दनाक घटना की सूचना पर राज्य मंत्री अनिल राजभर ने अस्पताल में घायलों का हाल जाना। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर आनंद मिश्रा को निर्देशित किया कि घायलों का त्वरित और उचित इलाज किया जाए। इससे पूर्व मौके पर पहुंचे एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने ग्रामीणों के बीच जाकर शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रशासन हर स्तर पर इस मामले पर नजर बनाए हुए है। 

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