हिन्दू जागरण मंच के लोगो द्वारा पुलिस की मौजूदगी में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को दिखाए काले झंडे,दो गिरफ्तार जानें कारण
सपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का रविवार दिन कौशाम्बी में जमकर विरोध हुआ। हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने करनपुर चौराहे के समीप सपा नेता को काले झंडे दिखाए। काफिले पर जूता व स्याही फेंकने के साथ ही मुर्दाबाद के नारे लगाए। मामले में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में ले लिया है। सपा नेता स्वामी प्रसाद रविवार को मंझनपुर स्थित पार्टी कार्यालय के पास आयोजित बौद्ध सम्मेलन में शिरकत करने कौशाम्बी आ रहे थे। इसकी भनक लगने पर सुबह से ही हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता गिरसा चौराहे के समीप एकत्र होने लगे। लेकिन ऐन वक्त सपा नेता को रास्ता बदलने की जानकारी हुई तो कार्यकर्ता करन चौराहा पहुंच गए।
करीब दो बजे सपा नेता का काफिला गुजरते देख मंच के अध्यक्ष अवधेश नारायण शुक्ला व वेद पांडेय की अगुवाई में कार्यकर्ता हाथ में काला झंडा लेकर सपा नेता की कार के सामने आकर प्रदर्शन करने लगे। नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद के काफिले पर जूता व काली स्याही फेंकी। इस दौरान सपा नेता का नाम लेकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पकड़ने की कोशिश की। इस पर विरोध कर रहे कार्यकर्ता भाग खड़े हुए। पुलिस ने दो युवकों को दौड़ा कर पकड़ लिया। जिलाध्यक्ष अवधेश नारायण शुक्ला का कहना है कि सपा नेता द्वारा हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी से कार्यकर्ता बेहद नाराज हैं। इसीलिए जनपद आगमन पर स्वामी प्रसाद का विरोध किया गया।
सीओ सिटी अभिषेक सिंह का बयान आया है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का मंझनपुर स्थित सपा कार्यालय के पास बौद्ध सम्मेलन में शिरकत करने का कार्यक्रम था। इस दौरान कुछ हिंदूवादी संगठनों ने उनके कार के सामने आकर काले झंडे दिखाए हैं। आरोपी युवकों को हिरासत में लिया गया है। अन्य विधि कार्रवाई की जा रही है।
सम्मेलन में पहुंचे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का कौशाम्बी में कर विरोध हुआ। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे हिंदूवादी लोगों ने काफिले पर काली स्याही और जूते फेंक कर अपना विरोध दर्ज कराया। घंटे की मसक्कत के बाद पुलिस रोकने में सफल रही। पूरे मामले को लेकर दिनभर जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
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