फर्जी बैंक स्लिप के जरिए कैशियर ने उड़ाए 90 लाख, सामने आया खेल तो फर्म संचालकों में खलबली, केस दर्ज


सोनभद्र में खनन व्यवसाय से जुड़ी एक फर्म के कैशियर द्वारा फर्जी बैंक स्लिप के जरिए 90 लाख उड़ाए जाने का मामला सामने आने के बाद, फर्म संचालकों में हडंकंप मच गया है। मामले को लेकर ओबरा पुलिस को एक तहरीर सौंपी गई है जिस पर पुलिस ने आरोपी कैशियर, उसकी पत्नी और पिता के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 408, 504, 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
90 लाख हड़पने के बाद बहाना बनाकर हो गया फरार
फर्म के प्रोपराइटर की तरफ से पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि कि पिपरिया, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश निवासी कपिल मेहरा उनकी फर्म में कैशियर के पद पर कार्यरत था। उसके पास कंपनी की रोजाना आमदनी की धनराशि रहती थी। आरोप है कि उसे बैंक में जमा करने के बहाने उसने फर्जी स्लिप और कूटरचित दस्तावेज के जरिए अलग-अलग तिथियों में 90 लाख गड़प कर लिए। इस घपले की जानकारी हो पाते, इससे पहले  25 दिसम्बर की रात परिवार में आकस्मिक घटना की बात कहते हुए, वह फरार हो गए। दो-तीन दिन बाद उससे संपर्क साधा गया तो मोबाइल स्वीच्ड आफ मिला। लगातार प्रयास के बाद भी जब संपर्क नहीं हुआ तो गड़बड़ी का शक होने लगा।
अभिलेखों की छानबीन के दौरान सामने आई घपले की जानकारी
जब कंपनी/फर्म के अभिलेखों की जांच की गई तो पता चला कि कपिल ने बैंक में पैसे जमा करने के नाम पर 30 नवम्बर को 30 लाख, एक दिसंबर को 32 लाख और 2 दिसंबर को 28 लाख, कुल 90 लाख हड़प लिए हैं। आरोप है कि उसके परिवार वालों से संपर्क साधा गया तो जहां उसकी पत्नी स्वाति मेहरा और पिता राजकुमार मेहरा से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। वहीं पिता राजकुमार मेहरा ने कंपनी के प्रबंधकों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। पुलिस मुताबिक मामले में मिली तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 408, 504, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबहीन की जा रही है।

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