बढ़ते हृदयाघात बेहद चिंताजनक नियमित करें योगाभ्यास,खेलकूद को जीवन-शैली का बनायें महत्वपूर्ण हिस्सा -अचल हरीमूर्ति
जौनपुर। भारत स्वाभिमान न्यास की स्थापना दिवस पर पचहटियां स्थित हरीमूर्ति वाटिका पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति के द्वारा बढ़ते हृदयाघात की समस्याओं को बहुत ही चिंताजनक बताया गया। श्री हरीमूर्ति के द्वारा सुझाव दिया गया की यदि अब भी व्यक्ति अपनें जीवनशैली में बदलाव नहीं किया तो रोगों की दृष्टि से आनें वाला वक्त और भी भयानक होने वाला है। हर व्यक्ति अपनी अपनी शक्ति और सामर्थ्य के अनुसार शारीरिक श्रम अवश्य करें और इसके साथ ही साथ प्राणायामों के नियमित अभ्यास के साथ अपने आहारों पर विशेष ध्यान देते हुए किसी ना किसी खेल को अपने जीवनशैली का हिस्सा बनायें। इस मौसम में यथा संभव ठंड से बचते हुए मध्यम गति के साथ लम्बी दूरी तक अवश्य टहलें। कपालभाति प्राणायाम के साथ कम से पन्द्रह मिनट तक सुबह-शाम अनुलोम-विलोम और भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायामों के साथ सूर्य-नमस्कार का अभ्यास पूरे शरीर में ब्लड और प्राणवायु का सहजता पूर्ण संचरण के लिए अति आवश्यक है। गिलोय के साथ अर्जुन की छाल,अदरक, हल्दी और दालचीनी से युक्त काढ़े का सेवन सुबह-शाम अवश्य करें। अत्यधिक मात्रा में चीनी और नमक से युक्त आहारों के सेवन से धमनियों में ब्लाकेज के बहुत ही तीव्र गति से बढ़ता है। इसलिए ऐसे आहारों से अत्यधिक परहेज करें। भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी शशिभूषण द्वारा सभी योग शिक्षकों से निवेदन किया गया की अधिक से अधिक लोगों तक योगाभ्यास को अवश्य पहुंचायें। पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी शंभूनाथ द्वारा बताया गया की अपनी जीवनशैली में तनाव को बिल्कुल भी शामिल न होनें दें और आज के दौर में सभी समस्याओं के मूल में तनाव है और इसके लिए ध्यान और प्राणायामों का नियमित अभ्यास ही सबसे उपयुक्त समाधान है।
इस मौके पर युवा भारत के जिला प्रभारी राजकुमार,आर पी सिंह,विकास कुमार, डॉ हेमन्त, सिकन्दर ,इंद्रभान मौर्य, जगदीश, लालबहादुर, नन्दलाल ,ज्ञानप्रकाश, शिवकुमार, वीरेंद्र, श्री प्रकाश,तेज बहादुर ,प्रेमचंद, सुरेन्द्र पटेल, कृष्ण मुरारी,सभाराज पटेल,उत्तम जायसवाल सहित अन्य योग शिक्षक उपस्थित रहे।
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