सीवर लाइन की खोदाई में सुरक्षा मानको में बरती गई लापरवाही के चलते चली गई श्रमिक रिजवान की जान,अब जांच शुरू

जौनपुर। जनपद मुख्यालय पर नमामि गंगे और अमृत योजना के तहत विगत लगभग चार वर्षो से सीवर लाइन डालने के लिए शहर की सड़को और गलियों चल रही खोदाई के दौरान 05 नवम्बर 23 मंगलवार को दोपहर के समय अहमद खां मण्डी में सीवर की खोदाई करते हुए श्रमिक रिजवान पुत्र इस्लाम उम्र 32 वर्ष की मिट्टी के मलबे में दब कर हुई मौत के बाद सीवर लाइन के कार्य तथा कम्पनी द्वारा श्रमिको की सुरक्षा के लिए बरती गई लापरवाहियों पर बड़ा एवं अनुत्तरित सवाल खड़ा हो गया है।
यहां बता दे कि सीवर लाइन के खोदाई का काम इन्फ्राटेक कम्पनी द्वारा कराया जा रहा है। कम्पनी ने जनपद गाजियाबाद से श्रमिक लाकर सीवर का काम करा रहा था। श्रमिक की मौत के बाद मामला सामने आया है कि कम्पनी ने श्रमिको की सुरक्षा के लिए किसी भी स्तर पर सुरक्षा संबंधी मानको का पालन नहीं किया था इसीलिए यह दुर्घटना हुई और श्रमिक को जान से हाथ धोना पड़ा है। यहां सबसे बड़ी हैरत की बात यह है कि अक्सर इस तरह की खोदाई के कार्यो में हादसे होने की खबर वायरल होती है इसके बाद भी कार्यदाई संस्था और सहयोगी फर्म के अधिकारियों ने श्रमिको के सुरक्षा का इन्तजाम करना मुनासिब नहीं समझा जिसके कारण एक श्रमिक को जान गवानी पड़ी है।
घटना के को लेकर जो जानकारी मिली है उसके अनुसार अहमद खां मण्डी में लगभग तीन बजे के आसपास चार फिट चौड़ा और आठ फिट गहरे सीवर लाइन की खोदाई चल रही थी श्रमिक रिजवान अकेले सीवर लाइन में फावड़े से मिट्टी को समतल करने का काम कर रहा था। अचानक उपर से मिट्टी का ढूहा गिरा और भरभराकर मिट्टी गिरने लगी। श्रमिक जान बचाकर भागना चाहा लेकिन भाग नहीं पाया और मिट्टी के मलबे में दब गया। घटना के समय उसके और साथी श्रमिक लंच कर रहे थे। दुर्घटना की खबर होते ही श्रमिको में हड़कंप मच गया मिट्टी हटाकर रिजवान की खोज शुरू कर दिये लगभग तीन घन्टे तक जेसीबी मशीन के जरिए खोदाई कर रिजवान को मलबे से बाहर निकाला गया तब तक उसकी जीवन लीला खत्म हो चुकी थी।
सीवर लाइन खोदाई के समय श्रमिक की मौत की खबर वायरल होते ही घटनास्थल पर एसपी सिटी ब्रजेश कुमार और नगर मजिस्ट्रेट जल राजन चौधरी पहुंचे और इस बात की पुष्टि किया कि श्रमिको के सुरक्षा मानको में बरती गई लापरवाही के चलते श्रमिक की जान गयी है सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि इस घटना की जांच करायी जायेगी कार्यदाई संस्था को ब्लैक लिस्टेड घोषित किया जायेगा। इसके साथ ही सीएम सहायता कोष से अनुमन्य सहायता राशि के साथ कार्यदाई संस्था से मृतक श्रमिक के परिवार को सहायता राशि दिलाई जायेगी।
यहां बता दे कि इस सीवर लाइन की खोदाई में बरती जा रही लापरवाहियों के कारण शहर की सड़को पर कई बार तो चार पहिया वाहन गढ्ढे में गिरकर दुर्घटना के शिकार हो गये थे इसके बाद भी कार्यदाई संस्था को चेत नहीं आया और अब इनकी लापरवाहियों का शिकार श्रमिक हो गया है। ठेकेदार पर आरोप यह भी लगा है कि रात के समय में सही प्रकाश की व्यवस्था देने के बजाय टार्च की रोशनी में श्रमिको से काम कराता रहा है। हलांकि इस घटना के बाद अब जिला प्रशासन की नींद खुली है देखना है कि सुरक्षा के प्रबन्ध आगे भी संभव होगा अथवा नहीं साथ ही सीवर लाइन के इस कार्य को कितनी जल्दी पूरा कराते हुए जन मानस को राहत प्रदान करने का काम प्रशासन के लोग कर सकेंगे। 

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