अखंड सौभाग्य वती बनने का व्रत रखने वाली सुहागन उसी दिन जानें कैसे हो गई विधवा
जौनपुर। अखंड सौभाग्यवती बने रहने के लिए के लिए पत्नी करवा चौथ का व्रत तो रखा था लेकिन विधाता को यह मंजूर नहीं था और करवा चौथ के दिन उसे विधवा बना दिया। इलाके में चर्चा इस बात की है कि सायद महिला करवा चौथ का व्रत नहीं रहती तो सुहागन बनी रहती। हलांकि पति की मौत की दर्दनाक घटना के बाद व्रती महिला सहित पूरा परिवार सदमें में है।
यहां बता दे कि थाना खुटहन क्षेत्र स्थित ग्राम कृष्णापुर में ग्राम वासी विनोद कुमार दुबे की पत्नी ने करवा चौथ का व्रत रखा था। व्रत ही पति की मौत का ऐसे बन गया कारण। पत्नी के कहने पर चांद निकलने का पता लगाने के लिए पति छत पर गया रात के अंधेरे में उतरते समय सीढ़ी से पैर फिसल गया और नीचे गिर गया। इस घटना के तत्काल बाद परिजन उसे उपचार के लिए अस्पताल ले गये जहां पर चिकित्सक ने देखने के पश्चात मृत घोषित कर दिया। विनोद कुमार दुबे की मौत की खबर पाने के बाद पत्नी पर तो पहाड़ टूट पड़ा। आनन फानन में परिजन पुलिस को सूचना दिए बिना पिलकिछा घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
खबर है कि करवा चौथ के पूजन-अर्चन के लिए सुबह से ही विनोद कुमार दुबे फूल-माला व अन्य सामानों की व्यवस्था में जुटे रहे। शाम को करवा देवी के पूजन के बाद पत्नी रिंकी दुबे ने कहा कि जाकर छत पर देखिए चांद निकला अथवा नहीं। पत्नी की बात मान कर विनोद छत पर जाकर वापस आ रहे थे कि सीढ़ी पर पैर फिसल गया और लुढ़कते हुए नीचे आंगन में आकर गिर गए।
सिर में गंभीर चोट आने से बेहोश हो गए पति को देख रिंकी दुबे ने शोर मचाया। परिजन तुरंत उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बदलापुर ले गए। चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। रोते-बिलखते परिजन शव लेकर घर चले आए।
अखंड सौभाग्यवती के पवित्र पर्व पर विधवा हो जाने के गम में रिंकी रोते-रोते बार-बार बेसुध हो जा रही है। माता मायना देवी की हालत पुत्र के गम में मानो विक्षिप्त सी हो गई। मृतक के दो पुत्रों राज व शिवा के करुण क्रंदन से पूरे गांव में घटना के तीसरे दिन मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। इस दुर्घटना से हर आंखे नम ही नजर आ रही है।
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