आशीष पटेल ने जातीय जन गणना की उठाई मांग,आखिर अब अपना दल एस विपक्ष के सुर में सुर क्यों मिला रहा है?


जौनपुर। एनडीए का घटक अपना दल (एस) अब विपक्ष के सुर में सुर मिलाते हुए जातीय जन गणना के मुद्दे की मांग अब सार्वजनिक रूप से उठाने लगा है। अपना दल (एस) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री प्राविधिक शिक्षा, बाट-माप उपभोक्ता संरक्षण मंत्री आशीष पटेल ने जौनपुर में कहा कि अपना दल हमेशा से जातीय जनगणना के पक्ष में रही है। हमारी नीति स्थापना के समय से ही जाति जनगणना के पक्ष में रही है। अनुप्रिया पटेल ने पीएम मोदी से इसके लिए कई बार बात भी की है।
उन्होंने कहा की जाति जनगणना हमारी संवेदनाओं से जुड़ा हुआ विषय है। उन्होंने कहा कि सपा की उत्तर प्रदेश में चार बार सरकार रही है तब उन्हें जातीय जनगणना की कभी याद नहीं आई। यह बातें उन्होंने सोमवार को वाजिदपुर स्थित पार्टी कार्यालय पर मीडिया से रूबरू होते हुए कहा है।
इसके साथ ही यह भी कहा कि एनडीए की सरकार ने पिछड़ों के लिए अनेकों कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एनडीए 80 सीटें जीतने जा रही है। उन्होंने कहा कि देवरिया कांड में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व उन्होंने अपना दल (एस) पार्टी की जौनपुर व मछलीशहर संगठन की समीक्षा बैठक की।
जिसमें जिला, विधानसभा, सेक्टर, बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं की समीक्षा की गई। इसमें संगठनात्मक सुधार किया जा रहा है। साथ ही 17 अक्तूबर को पार्टी के संस्थापक डॉ.सोनेलाल पटेल की प्रतापगढ़ में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अधिक संख्या में उपस्थित होने को कहा। राष्ट्रीय सचिव पप्पू माली ने कार्यालय पर बुके एवं स्मृतिचिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर पूर्व सांसद फूलपुर नागेंद्र पटेल, विधायक मड़ियाहूं डॉ.आरके पटेल समेत कई लोग मौजूद रहे।
यहां पर सवाल इस बात का है जब एनडीए घटक का सबसे दल जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं ऐसे में अपना दल (एस) द्वारा इस मुद्दे को हवा देने की क्या राजनैतिक मायने है इसे राजनैतिक समीक्षक खोजने लगे है। कुछ राजनैतिक समीक्षक मानते है कि अपने पिछड़े वर्ग के जनाधार को बचाने का खेल अपना दल में चल रहा है।इससे अधिक कुछ भी नहीं हो सकता है।

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