पति के बेवफाई की नयी कहांनी पत्नी ने पढ़ा कर पति को दिलाई नौकरी, अब शादी से मुकरा पति, जानें क्या है पूरी कहांनी
प्रदेश के जनपद गाजीपुर में अब पति की बेवफाई का सनसनीखेज मामला समाने आया है। मामला न्यायालय की चौखट पर पहुंच गया है। आइए बताते है पूरी घटना यहां बता दे कि बहुचर्चित एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति के बीच का विवाद तो सभी को पता होगा। लेकिन आज जो मामला हम आपको बताने जा रहे है वह थोड़ा उपरोक्त के उलट है। यहां पर पति की बेवफाई सामने आई है। पति अपनी पत्नी को नहीं पढ़ाया बल्कि पत्नी ने अपने पति को पढ़ा लिखाकर अधिकारी बनाया फिर सरकारी नौकरी लगने के बाद पति अब अपनी पत्नी को पहचानने से इंकार कर रहा है। दूसरी शादी करने की धमकी दे रहा। महिला का कहना है कि छह साल पहले धर्म बदल कर हिंदू लड़के से शादी करने के लिए वह साजिदा से रिया बन गयी। डेढ़ वर्ष की एक बच्ची है। पांच माह की गर्भवती भी है।
पीड़िता का आरोप है कि उसका अधिकारी पति 10 लाख रुपये दहेज मांग रहा है और नहीं देने पर दूसरी शादी की धमकी दे रहा है। उसने सीएम से लेकर पुलिस अधीक्षक तक से न्याय की गुहार लगाई है। अब वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले का है। आरोपी व्यक्ति का कहना है कि उसका इस महिला से कोई संबंध ही नहीं है।
गाजीपुर एसपी के निर्देश पर कोतवाली क्षेत्र के डुमरांव उर्फ भटवालिया निवासी शाजिदा उर्फ रिया यादव और धीरेंद्र कुमार यादव की शनिवार को कोतवाली में पेशी हुई। रिया यादव को धीरेंद्र अपनी पत्नी मानने से इनकार करता रहा। शाजिदा उर्फ रिया यादव 21 सितंबर को पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह से दूसरी बार मिली।
धीरेंद्र कुमार यादव की शिकायत करते हुए बताया कि वह मिर्जापुर में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर है। वर्ष 2017 में मेरा धर्म परिवर्तन कराकर मऊ के बनदेवी मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया था। रिया के अनुसार धीरेंद्र की पढ़ाई में उसने प्राइवेट नौकरी के साथ एनजीओ में काम करते हुए काफी मदद की थी। यही कारण रहा की धीरेंद्र उसे चाहने लगा और शादी कर ली। वर्ष 2019 में धीरेंद्र जब जेई के पद पर नियुक्त हुआ तो अपने साथ किराए के मकान में रिया यादव को सपरिवार रख लिया।
उसकी एक डेढ़ वर्ष की बच्ची है। वह पांच माह की गर्भवती है। इस समय जेई धीरेंद्र कुमार यादव और उसके परिवार ने रिया यादव को अपनाने से इनकार करने के साथ घर से निकाल दिया है। अपना बच्चा होना भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उसने अपने पक्ष में वीडियो और तस्वीरें भी रखे।
पुलिस ने मामला सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन जेई धीरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि आरोप लगाने वाली महिला से शादी ही नहीं हुई है। यह हमारे बच्चे नहीं है। दोनों पक्षों में जब बात नहीं बनी तो मामला महिला प्रकोष्ठ को स्थानांतरण कर दिया। अब दोनों की पेशी महिला प्रकोष्ठ में होगी। हलांकि महिला कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर ली है।
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