विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर निकला मौन जुलूस भारत का विभाजन देश के लिए किसी विभीषिका से कम नही था


जौनपुर। भारत ने 200 साल तक जिस आज़ादी का सपना देखा, जिस आज़ादी के लिए लाखों भारतीय ने बलिदान दिया, जिस आज़ादी के लिए वीरों के रक्त से भूमि लाल रही, जिस आज़ादी के लिए भारत की पुण्यभूमि ने क्रूर अंग्रेजों से मिली सारी यातनाएं झेलीं। उस आज़ादी को टुकड़ों में मिलता देख, मज़हब के नाम पर होता नरसंहार और लोगों का पलायन देख, उन सभी बलिदानियों की आत्मा भी बहुत रोई होगी। 
1947 में भारत ने आज़ादी तो पाई लेकिन यह आज़ादी अधूरी थी क्योंकि इस आज़ादी ने माँ का बंटवारा किया। भारत को विभाजन का वो गहरा दुःख और इससे मिलने वाली यातनाओं को सहना पड़ा। आज़ादी इतनी अधूरी थी कि आनन-फानन में लॉर्ड माउंटबेटेन ने भारत को बिना जाने और सोचे समझे बंटवारें की लकीर खींच डाली। इस विभाजन की विभीषका ने मानव के भीतर से मानवता का अंत कर दिया, इतिहास के इस काले अध्याय को क्रूरता के आँगन में प्रताड़ित मानवता के प्रमाण के रूप में देखा जाता है। 
इस भौगोलिक बंटवारे ने भारत के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व मानसिक रूप से तोड़कर रख दिया था। जिसमें करीब 60 लाख गैर-मुस्लिम लोगों ने वो स्थान छोड़ दिया था, जो बाद में पाकिस्तान बन गया था। ठीक उसी प्रकार करीब 65 लाख मुस्लिम लोगों ने भारत छोड़कर पाकिस्तान को चुना। इसी बीच भीषण नरसंहार हुए, पाकिस्तान से गैर-मुसलमानों के साथ इस सीमा तक प्रताड़ना की गई कि लोग पलायन को मजबूर हुए। भारत के विभाजन में लाखों मासूम और निर्दोष मारे गए, विभाजन के उस दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। लॉर्ड माउंटबेटेन  द्वारा देश के भौगोलिक टुकड़े किये जाने / विभाजन की विभिषिका को समस्त भारतवासियों द्वारा माननीय प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी के 14 अगस्त, 2021 को 75वीं स्वतंत्रता दिवस वर्षगांठ की पूर्वसंध्या पर किये गये ट्वीट के क्रम मे सम्पूर्ण देश मे अनवरत 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप मे मनाया जाता है।  
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में 14 अगस्त, 2023 को जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता मे कार्यालय विकास भवन, जनपद-जौनपुर से अम्बेडकर तिराहे तक “मौन यात्रा” निकाली गयी, जिसमे मुख्य विकास अधिकारी श्री साईं तेजा सीलम, बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ० गोरखनाथ पटेल बेसिक शिक्षा विभाग, जनपद जौनपुर से सम्बंधित समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, नगर शिक्षा अधिकारी, अन्य विभागों मे कार्यरत समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी, कलेक्ट्रेट एवं विकास भवन के समस्त कर्मचारी, एवं भारी जनसमुदाय द्वारा प्रतिभाग किया गया। मौन यात्रा का समापन कार्यालय विकास भवन, जौनपुर के प्रांगण मे समस्त उपस्थित गणमान्य लोगों द्वारा राष्ट्रगान का गायन कर किया गया।

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