भाजपा के जय श्रीराम नारे के जवाब में अब कांग्रेस का हर हर महादेव, जानें इससे पार्टी की कितनी बढ़ेगी ताकत


उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बदलते ही कांग्रेस का अंदाज भी बदलन लगा है। वह भाजपा से मुकाबला लेने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर तेजी से बढ़ रही है। इसका आगाज बृहस्पतिवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के शपथग्रहण समारोह में स्पष्ट रूप से नजर आया है। भाजपा कार्यकर्ता जहां जयघोष में जय श्रीराम का उद्घोष करते हैं, वहीं अब कांग्रेसी हर-हर महादेव कहते हुए नेताओं का हौसला बढ़ाते नजर आए।
प्रदेश कार्यालय में प्रदेश भर से पहुंचे कार्यकर्ता न सिर्फ कांग्रेस नेताओं के नाम का नारा बुलंद किए बल्कि लगातार हर-हर महादेव का उद्घोष करते रहे। इसे बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि अभी तक कांग्रेस के कार्यक्रमों में तालियां बजती थी। वहीं, इस बार प्रमोद तिवारी रहे हों अथवा सलमान खुर्शीद, सभी के भाषण के दौरान पार्टी कार्यकर्ता हर- हर महादेव का उद्घोष करते रहे। मंच पर जैसे ही अजय राय पहुंचे, हर-हर महादेव से पूरा पांडाल गूंज उठा।
अजय राय के संबोधन से पहले वैदिक मंत्रोच्चार हुआ और फिर शंखनाद। अजय राय ने माइक संभालते ही कहा कि वह काशी की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हर कार्य की शुरुआत गणेश स्तुति से करते हैं। उन्होंने वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ के उच्चारण के साथ संबोधन शुरू किया। इस बीच भी कार्यकर्ता हर-हर महादेव का उद्घोष करते रहे। अजय राय ने काशी की परंपरा को कांग्रेस से जोड़ते हुए कहा कि उनके पास महादेव ही नहीं कबीर, रविदास और गंगा मैया भी हैं। बुद्ध और अन्य ऋषि परंपरा के लोग भी हैं।
राजनैतिक समीक्षक मानते है कि अजय राय सियासी जमीं के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वह जानते हैं कि भाजपा को मात देने के लिए उसी के ही तरकश के तीर का इस्तेमाल करना होगा। शपथग्रहण समारोह में दिख रहा यह बदलाव अनायास नहीं है बल्कि इसके सियासी निहितार्थ हैं। इसकी शुरुआत अजय राय ने कर दी है। यह प्रयोग कांग्रेस के पुराने वोटबैंक की गोलबंदी में अहम साबित हो सकता है।

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