महिलाएं हिंसा को न सहे बल्कि उसके खिलाफ आवाज उठाये,लक्ष्य पाने के लिए कठिन परिश्रम की है जरूरत - दिव्या शुक्ला


जौनपुर। तिलकधारी सिंह इण्टर कालेज में महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत बालिका जागरूकता अभियान के तहत बालिका जागरूकता सेमिनार आयोजित किया गया जिसमें तिलकधारी सिंह इन्टर कालेज की सभी छात्रायें, महिला अध्यापिका ने भाग लिया।
छात्राओ और महिलाओ को सम्बोधित करते हुये जिला प्रोबेशन अधिकारी बिजय कुमार पाण्डेय द्वारा 1098, 181, हेल्पलाइन नम्बरों की जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि इस योजना के तहत ऐसी सभी बच्चियॉ पात्र हैं, जिनके परिवार में दो बच्चे है। अगर परिवार में दो बच्चियॉ हैं तो दोनो योजना हेतु पात्र हैं। एक लड़का एवं एक लड़की होने पर लड़की योजना हेतु पात्र है। योजना में एक बार आवेदन कर देने के बाद आगे की श्रेणियों में स्वतः आवेदन हो जाता है। इस योजना की प्रथम श्रेणी में बालिका के जन्म होने पर 2000 रू0, द्वितीय श्रेणी में बालिका का टीकाकरण होने पर 1000, तृतीय श्रेणी में बालिका के कक्षा-01 में नामांकित होने पर 2000 रू0, चतुर्थ श्रेणी में कक्षा-06 में नामांकन पर 2000 रू0, पंचम श्रेणी कक्षा-09 में नामांकन पर 3000 रू0 और पंचम श्रेणी में हाईस्कूल के बाद दो वर्षीय डिप्लोमा में नामांकन या इण्टरमीडिएट बाद स्नातक या उसके समकक्ष में नामांकन पर 5000 रू0 मिलता है। 
पाक्सो एक्ट की जानकारी देते हुए बालिकाओं से अपील की कि चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो किसी भी हिंसा को सहें नहीं उसके विरूद्ध आवाज उठाये। बालिकाओं को सम्बोधित करते हुये जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी दिव्या शुक्ला द्वारा अपनी विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ ही बालिकाओं को सिविल सेवा की तैयारी हेतु प्रोत्साहित किया गया और बताया गया कि अपने लिये लक्ष्य निर्धारित करें और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन रात एक कर दें। लक्ष्य प्राप्त होने पर आप समाज में एक उच्च मुकाम पर अपने को पायेंगी। 
बाल संरक्षण अधिकारी चन्दन राय ने उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत बताया कि इस योजना में 0 से 18 वर्ष के वह बच्चे पात्र हैं जिनके माता या पिता अथवा दोनो की मृत्यु कोविड के कारण हो गयी है और उनके जीवित अभिभावक की आय दो लाख से कम है वैसे सभी बच्चों को 4000 रू0 की दर से प्रतिमाह छमाहीं किश्त में उनके अभिभावक के खाते में देय होगा। इस प्रकार उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) में 01 मार्च, 2020 के बाद किसी भी प्रकार से मृत्यु होने की स्थिति में परिवार के 0 से 18 वर्ष के बच्चों और 18 से 23 वर्ष के ऐसे बच्चे जो स्नातक की शिक्षा ग्रहण कर रहे हो तो शिक्षा पूरी होने तक 2500 रू0 प्रतिमाह एक परिवार के दो बच्चों को त्रैमासिक किश्त में देय होता है। 
साइबर सेल प्रभारी ओ0पी0 जायसवाल द्वारा बच्चों को साइबर अपराध के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्हांने बताया कि अगर आप दूसरे के नाम से आई0डी0 बनाते हुये सोशल मीडिया एकाउन्ट का संचालन कर रहे हैं तो आई0पी0एक्ट की धारा-66 डी के तहत अपराध है इसमें आपको तीन लाख रू0 की जुर्माना व तीन वर्ष की सजा हो सकती है। सोशल मीडिया एकाउन्ट में निजी जानकारी उपलब्ध नहीं कराये जैसे आपको अपना जन्म दिन बताना है तो आप यह सोचते है कि अगर गलत जन्मदिन भरेगें तो हमें जन्मदिन मुबारकबाद नहीं मिल पायेगी। इसके लिये आप यह कर सकते हैं कि जन्मदिन की तारीख व महीना समान रखें लेकिन वर्ष में परिवर्तन कर दें। जहॉ तक हो सके फोटो न लगायें आवश्यक होने पर अपनी आई0डी0 को प्राइवेट करें। पासवर्ड में मोबाइल नम्बर, जन्मतिथि या नाम का उपयोग नहीं करें स्ट्रांग पासवर्ड बनायें व समय-समय पर बदलें। आज के समय में नया अपराध आया है ए0आई0का उपयोग कर आवाज की डबिंग की जा रही है। ऐसा होने पर जिस व्यक्ति की आवाज में आपको मैसेज मिला है उस व्यक्ति के सही नम्बर पर जिस पर आप पूर्व में बात करते हो कॉल कर प्रकरण को कन्फर्म करें। सोशल मीडिया एवं आर्थिक अपराध से सम्बन्धित किसी भी घटना हेतु 1930 हेल्पलाइन नम्बर का उपयोग करें। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार यादव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण से किसी भी समस्या में सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया बताई। विशेष किशोर पुलिस यूनिट की उपनिरीक्षक ज्योति मिश्रा व महिला कान्स्टेबल अर्चना सिंह द्वारा विशेष किशोर पुलिस यूनिट सभी थानों पर गठित महिला हेल्पडेस्क, पिंक बूथ व 112 नम्बर के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के समापन उद्बोधन में विद्यालय के प्रधानाचार्य डा0 सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि हम विद्यालय शिक्षा अनुशासन व स्वच्छता के मानक पर संचालित कर रहे हैं इसमें कहीं से भी कोई कोताही नहीं बरती जाएगी आज जिन चीजों की जानकारी दी गयी वह हम सभी के लिये उपयोगी है और निश्चित रूप से सरकारी योजनाओं और हेल्पलाइन नम्बरों का लाभ उठायेंगें। सभी कक्षाध्यापकों की जिम्मेदारी है कि वह अपने क्लास में प्रतिदिन दो मिनट का समय सरकार द्वारा संचालित नवीन योजनाओं हेल्पलाइन नम्बरों और कानूनों के जानकारी के लिए दें।अपराधियों को अपराध करने के लिये जगह न दें। किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ खुलकर बोलें।कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार सिंह, प्रवक्ता, अर्थशास्त्र के द्वारा कुशलता पूर्वक बड़े ही मनोरंजक ढंग से किया गया।

Comments

Popular posts from this blog

घूसखोर लेखपाल दस हजार रुपए का घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, एन्टी करप्शन टीम की कार्रवाई

जानिए इंजीनियर अतुल सुभाष और पत्नी निकिता के बीच कब और कैसे शुरू हुआ विवाद, आत्महत्या तक हो गई

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार