यूपी विधान सभा सत्र के प्रथम दिन हंगामें के बीच उठा मणिपुर का मुद्दा तो 11 विधेयक भी हुए पेश
यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र का पहला दिन हंगामे भरा रहा। पहला दिन हंगामे की भेट चढ़ा। विपक्ष ने मणिपुर हिंसा को लेकर सदन के अंदर और बाहर जमकर नारेबाजी की और सरकार से निंदा प्रस्ताव लाने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मणिपुर की हिंसा पर बयान देना चाहिए और निंदा करनी चाहिए।
इसी हंगामे के बीच संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग व उत्तर प्रदेश कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक सहित 11 विधेयक सदन की मेज पर रख दिए। इनमें नौ प्रतिस्थानी विधेयक हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग
उत्तर प्रदेश कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (संशोधन)
उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक,
उत्तर प्रदेश दंड विधि (अपराधों का शमन और विचारणों का उपशमन) (संशोधन) विधेयक,
उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास (संशोधन) विधेयक,
उत्तर प्रदेश नागर स्थानीय स्वायत्त शासन विधि (संशोधन) विधेयक
उत्तर प्रदेश नगर पालिका (संशोधन) विधेयक
उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मंडी (संशोधन) विधेयक,
उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक,
उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (द्वितीय संशोधन) विधेयक
उत्तर प्रदेश जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय विधेयक भी विधान सभा में रखे गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समग्र विकास एवं जनसमस्याओं के समाधान के लिए हम सदन में स्वस्थ चर्चा के लिए तैयार हैं। इसके लिए सर्वदलीय नेताओं की बैठक में सरकार की ओर से सार्थक चर्चा के लिए आह्वान भी किया गया है।
सदन की कार्यवाही के प्रारंभ होने से लेकर दोपहर को मंगलवार तक के लिए स्थगित किए जाने तक जमकर हंगामा होता रहा। हालांकि, इस दौरान सदन की गैलरी में सत्ता पक्ष व विपक्ष के लोग आपस में गलबहियां भी करते नजर आए।
खासकर भाजपा के सहयोगी दलों के नेता कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद व ओम प्रकाश राजभर और अपना दल के नेता व कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल जोश से भरे नजर आए।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कुछ दिन पहले ही एनडीए में वापसी की और 2024 का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ने का एलान किया। डॉ. संजय निषाद और ओमप्रकाश राजभर इस अंदाज में नजर आए। सदन की गैलरी में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद व अन्य ने एकता का प्रदर्शन किया।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पार्टी विधायकों के साथ पूरी तैयारी के साथ सदन पहुंचे और मणिपुर हिंसा की घटना पर बयान दिया। हंगामे और शोरशराबे के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी शांत नजर आए। हालांकि, वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की मांग पर आपित्त जताई।
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