सवालः समाधान दिवस पर सचमुच जन समस्यायें दूर हो रही है अथवा कागजी बाजीगरी का ही खेल जारी है ?
जौनपुर।आम जनों की समस्याओ के समाधान हेतु सरकार ने उनके ही थाने में सुलझाने का सरकारी आदेश दिया तो सरकारी तंत्र ने इसकी शुरुआत तो कर दिया लेकिन इसका कोई खास लाभ आम जनता को मिलता नहीं नजर आ रहा है हां सरकारी तंत्र कागजी बाजीगरी का खेल करते हुए अपनी पीठ जरूर थपथपा रहा है। इस योजना के लिए शनिवार को थाना समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है।,
सरकार के निर्देश के क्रम में जनपद जौनपुर में विगत शनिवार 08 जुलाई को जिले के थाना सुजानगंज पर समाधान दिवस का आयोजन हुआ जिसमें सबसे ज्यादा राजस्व के मामले आए। समस्याओ के समाधान के बजाय ज्यादातर फरियादियों को निराश होकर लौटना पड़ा। हलांकि कुछ मामलों को सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किया गया। समाधान दिवस पर खुद जिलाधिकारी अनुज कुमार झा और पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने थाना सुजानगंज पर पहुंच कर फरियाद सुने। कानूनगो और लेखपालों को अवैध कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए और कहा कि थाना दिवस पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण संवेदनापूर्वक, गुणवत्तापूर्ण, शतप्रतिशत एवं शीघ्र कराएं। ग्राम असरोपुर में चकमार्ग संख्या 89 के 25 साल पुराने विवाद के निस्तारित कराए जाने पर राजस्व टीम एवं पुलिस टीम की पीठ थपथपाई गई। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि यहां पर समाधान दिवस पर कितनी समस्याओ को निस्तारित कराया गया है। हां सरकारी आदेश निर्देश खूब जारी किये गये। अब यहां पर सवाल उठता है कि आखिर सरकार की इस योजना का सही लाभ कब आम जन को मिलेगा या फिर सवाल बनकर रह जायेगा।
खबर आयी है कि सिंगरामऊ थाने में थानाध्यक्ष कमलेश कन्नौजिया की अध्यक्षता फरियाद सुनी गई। यहां कुल आठ शिकायत दर्ज की गई। जिसमें से एक का समाधान बमुश्किल हो गया शेष लटक गये। सुरेरी थाने में थानाध्यक्ष अश्वनी दुबे की मौजूदगी में हुई सुनवाई के इस दौरान यहां पर आये एक भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। क्षेत्र के अड़ियार गांव की उर्मिला देवी का आरोप है कि दो बार थाना समाधान दिवस एवं एक बार तहसील दिवस पर रास्ते की समस्या को लेकर प्रार्थना पत्र दे चुकी हूं, लेकिन उसका कोई निस्तारण अधिकारी नहीं करा सके है।इसी तरह शाहगंज में भी 5 प्रार्थना पत्र आए लेकिन एक भी समाधान नहीं हुआ। थना महराजगंज में 11 मामले आए, जिनमें एक का निस्तारण हुआ।
इस तरह जिम्मेदार अधिकारीयों की कार्यशैली ने जनपद जौनपुर में अब सरकार की इस योजना पर सवालिया निशान लगा दिया है। आम जनमानस के बीच इस बात की चर्चा भी शुरू हो गयी है।
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