पुलिस बर्बरता की शिकार बहनें पहुंची सीएम दरबार, आखिर पुलिस ने निर्वस्त्र कर क्यों पीटा,जांच शुरू दोषियों पर कार्रवाई के संकेत
जनपद प्रयागराज स्थित थाना उतरांव में पुलिसकर्मियों की बर्बरता का मामला अब मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के दरबार तक पहुंच गया है। सीएम योगी जी ने मामले की गम्भीरता पूर्वक जांच करा कर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है।
बता दे पुलिस बर्बरता की शिकार चार बहनें मंगलवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मिलीं। उन्होंने उतरांव पुलिस पर निर्वस्त्र कर पिटाई करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री उन्हें भरोसा दिया है कि जांच के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई होगी। मामला उतरांव के बसगीत बाजार निवासी चार बहनें मां और भाई के साथ सोमवार को कमिश्नरेट कार्यालय गयी थीं। इसके बाद उनके साथ पुलिस ने जुल्म की इन्तहा कर दिया।
मंगलवार को पुलिस से पीड़ित चारों बहनें लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचीं। पीड़ित युवतियों के मुताबिक सुुबह करीब साढे़ नौ बजे उनकी मुख्यमंत्री के आवास पर मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री ने गंभीरता से उनकी बात सुनीं और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे बसगित गांव में रह रहे उनके भाई व मां के साथ पड़ोसियों ने मारपीट की। इसकी शिकायत पुलिस से की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे पुलिस पूछताछ के नाम पर उन्हें थाने ले आई और निर्वस्त्र करके पीटा।
हलांकि पुलिस कमिश्नर के आदेश पर एसीपी ने हंडिया ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने पीड़ित बहनों को बुधवार को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया। इस मामले का एक आरोपी नैनी जेल में बंद है, जबकि अन्य दो आरोपियों के खिलाफ न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी उनकी तलाश जारी है लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो रही है। आरोप है कि इसी द्वेष के चलते आजाद घूम रहे दोनों आरोपियों की मिली भगत से पुलिस वालों ने उनके साथ बर्बरता की।
पीड़ित बहनें राज्य मानवाधिकार आयोग के दफ्तर भी गईं। उन्होंने आयोग के सामने अपनी पीड़ा सुनाई। पीड़ित बहनों ने बताया कि आयोग ने उन्हें भरोसा दिया है कि इस मामले की रिपोर्ट कमिश्नरेट पुलिस से तलब की जाएगी। जिन पुलिसकर्मियों ने पिटाई की है उन्हें निलंबित किया जाएगा। पीड़ित बहनों ने राज्य महिला आयोग में भी शिकायत की है।
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