विद्यार्थियों के सपनों को पंख दें कंपनियां - प्रो. निर्मला एस. मौर्य

देश की चार प्रतिष्ठित संस्थानों से पीयू का एमओयू,कौशल विकास और प्रशिक्षण केंद्र के काम को प्रतिनिधियों ने सराहा

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में सोमवार को कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य ने विश्वविद्यालय के इन्क्यूबेशन, स्टार्टअप तथा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट को बढ़ावा देने के लिए देश की चार प्रतिष्ठित संस्थानों के मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एम ओ यू) पर हस्ताक्षर किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि यह समझौता विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगा। इससे इनक्यूबेशन सेंटर को भी नए-नए विचार मिलेंगे और विद्यार्थियों के लिए रोजगार के अवसर में मार्गदर्शन करने का मार्ग खुलेगा। उन्होंने संस्था के प्रतिनिधियों से कहा कि विद्यार्थियों के सपनों को पंख दें जिससे वह ऊंची उड़ान भर सकें। बिमटेक के कार्तिकेय मनन और मनीष सिंह ने कहा कि इन्क्यूबेशन के दौरान आने वाली विद्यार्थियों की समस्याओं को दूर किया जाएगा। विद्यार्थियों के आइडिया जनरेट से लेकर उसे धरातल पर उतारने में पूरा मदद किया जाएगा। उन्हें हर स्टेप पर मार्गदर्शन किया जाएगा।

स्टार्टअप के लिए बेहतरीन सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि विद्यार्थी अपने विचार को आयाम दे सकें। मुंबई अराइज एन. अवेक संस्था की रमा सिंह दुर्गवंशी ने कहा कि महानगरों के शैक्षणिक संस्थानों के बच्चों को जो विशेषज्ञ मिल रहे हैं वह अब पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से भी जुडेंगे। इसी क्रम में गाजियाबाद की एरोमा प्राइवेट लिमिटेड की (मिस्टर प्रोफेसनल) के सुनील जायसवाल ने कहा कि स्टार्टअप के लिए लीगल सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा। विद्यार्थियों को कारपोरेट जगत के लिए तैयार किया जाएगा।
लखनऊ बीएसएन इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड के रमाशंकर ने कहा कि शिक्षा जगत और उद्योग के बीच गैप को दूर करने के लिए कदम बढ़ाएंगे। उद्योग की आश्यकताओं को पढ़ाई के दौरान पूरा करने से आसानी से रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। इसके बाद डा. राजकुमार के प्रस्ताव पर कंपनी के प्रतिनिधियों ने कौशल विकास और प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। गांव के बच्चों को प्रशिक्षण देकर विश्वविद्यालय द्वारा स्वरोजगार देना और आत्मनिर्भर बनाने की प्रतिनिधियों ने प्रशंसा की। कार्यक्रम का संचालन इनक्यूबेशन सेंटर के कार्यकारी निदेशक प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने किया। इसके पूर्व कंपनी के प्रतिनिधियों का विश्वविद्यालय की ओर से स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो. प्रदीप कुमार,  डा. प्रमोद कुमार यादव, डा. मनोज कुमार पांडेय, डा. राजकुमार, डा. गिरधर मिश्र,  डॉ. सुनील कुमार,  डा. दिग्विजय सिंह राठौर,  डा. नितेश जायसवाल, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा. नृपेंद्र सिंह, डा. धर्मेंद्र सिंह, राजेश कुमार, अनुपम, इशिका समेत विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे।

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