शासन का नियम कानून अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) के लिए जानें कैसे बना है दुधारू गाय

जौनपुर। प्रदेश की सरकारें व्यवस्थाओ को दुरुस्त करने के लिए जितने भी नियम कानून बनाती है और सरकारी तंत्र के लोगो को अधिकार प्रदान करती है भ्रष्टाचार उतना ही बढ़ता जा रहा है। जी हां एक उदाहरण अग्निशमन विभाग से सम्बन्धित सामने आया है। शासन ने एक नियम बनाया कि अस्पताल, होटल आदि संस्थानो पर जहां जन मानस की मौजूदगी रहती है सुरक्षा के नजरिए से अग्निशमन विभाग से एनओसी लेना जरूरी है। इस जरूरी का पूरा लाभ अग्निशमन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खुले आम संस्थान संचालको से शोषण करके उठा रहे है।
यहां बता दे कि जनपद जौनपुर में अग्निशमन  विभाग में तैनात सीओ स्तर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शासन के उपरोक्त नियम कानून को खुले आम संस्थान के संचालको के शोषण का साधन बना रखे है। प्राइवेट अस्पताल अथवा होटल आदि के लिए एन ओ सी देने के नाम पर खुले आम धन उगाही का खेल कर रहे है।
खबर मिली है कि प्राइवेट अस्पताल और होटल संचालको को पहले इनके द्वारा सरकारी धमक दिखाने के लिए नोटिस भेजी जाती है इसके बाद अधिकारी अपने खास कारखास सिपाही के जरिए 50 से 60 हजार रुपए तक की वसूली किया जा रहा है। इसके बाद एन ओ सी प्रोविजनल के रूप में दी जा रही है। जो सर्वथा अनुचित और भ्रष्टाचार की श्रेणी में आ रहा है। यहां पर यह भी बता दें कि मानक पूरा हो न हो अगर धन का मानक पूरा होता है तो सारे नियम कानून ठंडे बस्ते में चले जाते है। यदि धन का मानक पूरा नहीं होता तो सब कुछ ठीक होने के बाद नियम विरूद्ध बता दिया जाता है। यूं कहा जाये कि अग्निशमन विभाग के लोग समुद्र के किनारे लहर गिन कर धनोपार्जन में लीन है तो अतिशयोक्ति नहीं होगा।
मिली खबर के अनुसार जनपद जौनपुर में प्राइवेट अस्पताल और होटल संचालक अग्निशमन विभाग के सीएफओ की कारगुजारी से खासे परेशान और शोषण महसूस कर रहे है। अब यहां पर एक बड़ा सवाल यह है कि क्या इस भ्रष्टाचार की खबर विभाग के उच्च अधिकारियों को नहीं है अथवा उनकी सहमति से यह खेल चलाया जा रहा है। क्या जिम्मेदार लोग इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा सकेंगे। अथवा लूट की छूट को बरकरार रखेंगे। आखिर इस भ्रष्टाचार के लिए असली जिम्मेदार कौन है सरकार अथवा विभाग अथवा मात्र जिला स्तरीय अधिकारी ? जो भी हो भ्रष्टाचार के इस खेल के कारण न तो शासन द्वारा बनाये गये मानक पूरे हो रहे नहीं दुर्घटनाओ पर अंकुश लगने की गारंटी ही पूरी हो रही है। हां अधिकारी की जेब जरूर गरम हो रही है।

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