दरिन्दे ने तार-तार कर दी साढ़े तीन साल के मासूम की अस्मत,जेल भेज कर पुलिस जिम्मेदारी से हुई मुक्त
केन्द्र और प्रदेश की सरकारें बेटियों की सुरक्षा को लेकर चाहे जितने भी दावे करती हो लेकिन सच यह है कि बेटियां बड़ी हो या मासूम किसी भी स्तर पर उतर प्रदेश के अन्दर सुरक्षित नहीं है। । हबस के भेड़िये लगातार अपनी बुरी गिद्ध नजर बाटियों पर बेखौफ होकर गड़ाये बैठे हुए है और मौका मिलते ही अपनी वासना बुझाने के लिए घृणिततम अपराध कर जा रहे है। सरकारे जिनकी जिम्मेदारी बेटी सुरक्षा की है केवल बयान बाजी करके अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर ले रहे है। समाज परेशान और तड़प रहा है।सरकार की सेहत पर इस अपराध को लेकर कोई असर नहीं है।
जी हां ताजा मामला यूपी के बलिया जिले से प्रकाश में आया है यहां पर एक गांव में साढ़े तीन वर्षीय मासूम संग दुष्कर्म का मामला सामने आया है। हलांकि इस शर्मनाक वारदात के आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गड़वार थाना क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार को साढ़े तीन साल की बच्ची संग 25 वर्षीय युवक ने दरिंदगी की थी। मासूम को मेडिकल के लिए भेजा गया था। यहां उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टी हुई है।
पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ दुष्कर्म सहित पाक्सो आदि संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।दूसरे दिन शुक्रवार को उसे जेल की सलाखो के पीछे भेज दिया गया है। घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। खबर है दरवाजे पर खेल रही साढे़ तीन वर्षीय मासूम को टॉफी दिलाने का लालच देकर आरोपी बाजरे के खेत में लेकर गया था। वहां उसने बच्ची के साथ दरिंदगी की।
बच्ची के जोर-जोर से रोने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। इससे पहले आरोपी भाग गया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने काफी खोजबीन की लेकिन आरोपी का पता नहीं चल सका। दूसरे दिन शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। घटना को लेकर गांव मे तनाव का माहौल बना हुआ है।
गड़वार थाना प्रभारी आरके सिंह के अनुसार आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया है। हलांकि पुलिस भी विधिक कार्यवाई करके अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गयी है। जेल से बाहर आने पर दरिन्दा फिर किसी बेटी की अस्मत से खिलवाड़ कर सकता है। इसे रोकने के लिए कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
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