हज यात्रा हुई महंगी, आवंटित लक्ष्य का आधा भी नहीं जा रहे जायरीन


जौनपुर। जनपद जौनपुर से हज यात्रा के लिए शासन स्तर से आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष आधे से भी कम जायरीन इस बार यात्रा पर जा रहे हैं। शासन ने लक्ष्य तो 410 का तय किया था लेकिन केवल 163 यात्री ही जाएंगे। इसकी वजह हज यात्रा के खर्च का महंगा होना बताया जा रहा है। पिछले तीन वर्षों में इस यात्रा का खर्च पौने तीन लाख से बढ़कर पौने चार लाख रुपये से अधिक हो गया है।
हज यात्रियों के लिए यात्रा की सारी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। हज यात्री आज पांच जून से 13 जून के लिए वाराणसी व लखनऊ एयरपोर्ट से मक्का व मदीना के लिए जाएंगे। इसके लिए चयनित यात्रियों के स्वास्थ्य परीक्षण से लेकर अन्य जांच पूरी कर ली गई है। बता दें कि हज यात्रा के लिए 20 मार्च तक आवेदन लिए गए। जिले से कुल 168 आवेदन आए थे। इसमें आवेदन के समय प्रथम किश्त जमा करने वालों का चयन कर लिया जाता है। इसमें 163 ने ही धनराशि जमा की है। हालांकि यहां पर लक्ष्य के सापेक्ष कम आवेदन आने पर लाटरी की नौबत नहीं आई और आवेदन करके किस्त जमा करने वाले सभी का चयन कर लिया गया। 163 हज यात्रियों में 74 महिला व 89 पुरुष हैं।
पहले वर्ष 2019 में जहां पौने तीन लाख रुपये तो पिछले साल वर्ष 2022 में 3.15 लाख रुपये यात्रा का खर्च था। यह अब बढ़कर तीन लाख 77 हजार 847 रुपये है। इसमें प्रथम किश्त 81 हजार 800 रुपये, द्वितीय किस्त 70 हजार रुपये व तृतीय किस्त एक लाख 26 हजार 847 रुपये रखी गई है। इसके अलावा कुर्बानी खर्च 16 हजार 344 है। हर बार यात्रियों को यात्रा के दौरान एयरपोर्ट पर 2100 रियाल भी दिए जाते थे जो भारतीय मुद्रा के हिसाब से करीब 48 हजार 300 रुपये होते है। इस बार वह भी नहीं दिया जाएगा। यह हाल तब है, जब इस बार 70 वर्ष से अधिक के उम्र वालों को भी यात्रा की भी अनुमति दी गई है। पिछले साल कोरोना के बाद हज यात्रा शुरू होने पर केवल 26 यात्रियों के हज यात्रा का लक्ष्य रखा गया था, वह पूरा हो गया था।
इस बार वर्ष 2023 में जिले में हज यात्रा के लिए 410 का कोटा था। उसके सापेक्ष 168 ने आवेदन किया है। इसमें से 163 ने ही प्रथम किस्त जमा की तो उन सभी का चयन किया गया है। यात्रियों की कमी का कारण हज यात्रा महंगी होना भी हो सकता है। 2019 में यात्रा जहां पौने तीन लाख थी, वर्ष 2022 में करीब 3.15 लाख अब बढ़कर पौने चार से अधिक हो गई है। इसमें 2100 रुपये रियाल भी नहीं मिलेंगे। 

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