रफ्तार के कहर के चलते काल के गाल में समा गई छह जिन्दगियां, कटर से काट कर निकली तीन लाशें

यूपी के बांदा में तेज रफ्तार के कहर देखने को मिला है। अचानक छह जिन्दगियां काल के गाल में समा गई। एक किशोर को करंट लगने के बाद आठ लोग बोलेरो से उसे लेकर सीएचसी लेकर जा रहे थे, बबेरू-कमासिन रोड पर परैया दाई स्थान के पास रात करीब दस बजे तेज रफ्तार बोलेरो रोड की पटरी पर खड़े ट्रक से पीछे से जा घुसी। इस हादसे में मह‍िला समेत छह की मौत हो गई। दो को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया है। देर रात डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी अभिनंदन भी मौके पर पहुंचे।
तिलौसा गांव निवासी गुच्छी के 15 वर्षीय पुत्र कल्लू को करंट लगने के बाद मां व चाचा समेत आठ लोग बोलेरो से लेकर सीएचसी जा रहे थे। बबेरू कस्बा से करीब दो किलोमीटर आगे परईया दाई देव स्थान के पास जैसे ही बोलेरो पहुंची, तभी तेज गति में रोड किनारे खड़े ट्रक में पीछे से घुस गई। जोरदार टक्कर में बोलेरो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के समय बोलेरो की गति 100 ज्यादा होने का अनुमान है, जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए। राहगीरों ने भीषण हादसा देखा तो उनकी रूह कांप गई। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और ग्रामीणों के साथ मदद करने का प्रयास किया, लेक‍िन वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे कोई मदद नहीं कर सका।
स्थानीय कोतवाली प्रभारी पुलिस टीम के साथ पहुंचे और फंसे लोगों को बाहर निकाला, जिसमें तीन की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। कटर से बोलेरो काट अन्य लोगों को निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्‍टरों ने तीन और को भी मृत घोषित कर दिया। मृतकों की शिनाख्त कल्लू, उसकी मां शायरा बानो, कैफ, मुजाहिद, शाकिर के रूप में हुई, जबकि देर रात एक की पहचान का प्रयास किया जा रहा था।
कोतवाली प्रभारी पंकज सिंह के अनुसार अभी तक महिला समेत छह लोगों की मौत हो चुकी है। जाहिद और जाहिल को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया है। तिलौसा से पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि गांव निवासी अकबर का पुत्र आसिम गाड़ी चला रहा था। सीओ राकेश सिंह के अलावा प्रशासनिक अधिकारी सीएचसी पहुंचे। शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो चुके थे कि देर रात तक शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा था।
घटनास्थल पर कस्बावासियों व राहगीरों की भीड़ लग गई। पुलिस ने एंबुलेंस पहुंचने का इंतजार नहीं किया। कोतवाली प्रभारी खुद अपने वाहन से उन्हें बबेरू अस्पताल ले गए हैं।

Comments

Popular posts from this blog

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार

त्योहार पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं हर स्थित से निपटने के लिए बलवा ड्रील का हुआ अभ्यास,जाने क्या है बलवा ड्रील

जानिए इंजीनियर अतुल सुभाष और पत्नी निकिता के बीच कब और कैसे शुरू हुआ विवाद, आत्महत्या तक हो गई