योग सप्ताह कार्यक्रम के तहत पुलिस लाइन से लेकर पूर्वांचल विश्वविद्यालय तक योग करते हुए उसके महत्व पर हुई चर्चाएं, जानें किसने क्या कहा


जौनपुर। शासन के आदेश पर जनपद में आयोजित होने वाले योग सप्ताह कार्यक्रम के तहत विविध स्तर पर योग साधना का आयोजन किया गया इस क्रम में पुलिस अधीक्षक डाॅ अजय पाल शर्मा ने पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में दीप प्रज्ज्वलित कर सात दिवसीय योग सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण और नगर सहित सीओ सिटी मौजूद रहे।
योग गुरु ने विश्व योग दिवस के प्रोटोकॉल के तहत योगाभ्यास कराया। कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी नगर , प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन जौनपुर व पुलिस लाइन के पुलिसकर्मी के साथ-2 पुलिस लाइन व पुलिस कार्यालय में नियुक्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण ने उपस्थित रहकर योग किया ।
पुलिस अधीक्षक ने वर्तमान समय में योग की महत्व पर प्रकाश डाला व जरुरत के बारे में सभी को बताया कि किस तरह योग करना हमारे जीवन में लाभदायक है तथा यह सभी के लिए आवश्यक है। हमें प्रतिदिन योग अवश्य करना चाहिए।
नवम् अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अन्तर्गत योग सप्ताह के दूसरे दिन 16 जून 2023 को प्रातः लोहिया पार्क पालिटेक्निक चौराहा जौनपुर में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉक्टर कमल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर योग किया गया।  
डॉ कमल द्वारा हर घर तक योग को पहुंचाने के लिए सभी संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित किया गया और बताया गया कि नियमित और निरन्तर योगाभ्यास को दैनिक दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाकर व्यक्ति अपने मनोदैहिक स्वास्थ्य को सर्वोत्तम बना सकता है।
पतंजलि योग समिति के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति के द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकॉल का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले मनोदैहिक स्वास्थ्य के बारे में बताया गया। ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन और त्रिकोणासनों को जहां खड़े होकर किया गया वहीं बैठकर और लेटकर भद्रासन, शशकासन, भुजंगासन और शव आसनों के साथ कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और शीतली प्राणायामों के साथ ध्यान का अभ्यास कराया गया और अन्त में योग संकल्प के साथ शांति पाठ करके योग सत्र का समापन हुआ।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में विश्वविद्यालय की ओर से शुक्रवार को दूसरे दिन मुख्य प्रशिक्षक जय सिंह गहलोत एवं सहायक प्रशिक्षक विकास सिंह ने योग के कई अभ्यास कराएं। योगाभ्यास में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। 
योगाभ्यास में लोलक आसन कराया गया। इससे माँसपेशियों को गर्म करना, रीढ़ की हड्डी में लचक बढ़ाना और शरीर के संतुलन में 'सुधार किया जा सकता है। इसके बाद कोण आसन कराया गया। यह रीढ़ की हड्डी और शरीर के दोनों पार्श्वों को तानता है। उदर के अंगों, भुजाओं और टाँगों की माँसपेशियों की टोनिंग करता है।कोण आसन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि 
इससे  रीढ़ की हड्डी और शरीर के दोनों ओर की मांसपेशियों को संतुलित  करता है, बाजू टांगों और पेट के अंगों की टोनिंग करता है। इसी क्रम में कटि चक्र आसन, हस्तपाद आसन,उत्कट आसन, बंधकोणासन, कपाल भाति, योग निद्रा का अभ्यास कराया गया।
इस अवसर पर प्रो अजय द्विवेदी, डॉ मनोज कुमार पाण्डेय, , डॉ विवेक पाण्डेय, डॉ पुनीत सिंह, डॉ विनय वर्मा, मदन मोहन भट्ट, संतोष यादव, राजेंद्र प्रताप सिंह, राजन गुप्ता, रजनीश सिंह समेत करीब 156  विद्यार्थियों, कर्मचारियों, परिवार जनों एवं सुरक्षा कर्मियों ने प्रतिभाग किया।
                

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