मां गंगा को प्रदूषण मुक्त कराने और समाजिक विकास का ब्रत लेकर पश्चिम बंगाल से केदारनाथ तक के लिए निकला प्रभात, जानें क्या है संदेश
जौनपुर। सामाजिक जन चेतना यात्रा लेकर पश्चिम बंगाल से केदारनाथ के लिए निकला मजदूर परिवार का सदस्य प्रभात बर अपनी 700 किमी की पैदल यात्रा करते हुए जौनपुर पहुंचा। यहां पर एक मुलाकात के दौरान प्रभात ने बताया कि वह इस पैदल यात्रा के दौरान समाज के अन्दर लोगो को संदेश दे रहा है कि मां गंगा को प्रदूषण मुक्त किया जाए यह समाज प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। भारत उन्नति करे इसके लिए हर भारतीय को क्या करना चाहिए, तीसरा संदेश है कि समाज का हर नागरिक सुखी रहे इसके लिए मानव बाद को अपनाना चाहिए।
प्रभात ने बताया कि एक श्रमिक परिवार में जन्म लेने के पश्चात वह खेल कूद में अधिक रूचि रखते हुए मार्शल आर्ट की कला में निपुणता प्राप्त करते हुए अब बच्चो को प्रशिक्षित करने का काम करता। अपनी इस यात्रा को पैदल निकालने का निर्णय लेते हुए 20 अप्रैल 23 को पश्चिम बंगाल से शुरू किया और तारापीठ, बास्कीनाथ, देवघर,गया, बोधगया,काशी होते हुए अब जौनपुर पहुंचा है। यहां से अयोध्या होते हुए लखनऊ के रास्ते हरिद्वार फिर केदारनाथ पहुंचेगा। प्रभात का दावा रहा कि प्रत्येक दशा में 15 अगस्त 23 तक यह यात्रा केदारनाथ पहुंच जायेगी। पश्चिम बंगाल से केदारनाथ नाथ की दूरी 2500 किमी बताया और कहा कि अपने संदेश के साथ बगैर किसी बाधा के साथ आगे बढ़ता जा रहा हूँ।
सबसे खास बात यह रही कि इस भीषण तपिश में नंगे पैर और नंगे बदन तपती धूप में प्रभात बर ने समाजोत्थान का ब्रत लेकर यात्रा निकाला है।उसका कथन है कि हमको समाज के तमाम प्रबुद्ध जनो का भरपूर सहयोग मिल रहा है लोग हमारे संदेश पर चिन्तन-मनन कर रहे है। विश्वास है सामाजिक विकास में हमारी यह यात्रा सार्थक साबित होगी। इस मुलाकात के दौरान हमारे साथ पत्रकार लोलारक दूबे और शिक्षक प्रेम शंकर यादव भी मौजूद रहे।
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