स्वस्थ्य रहने के लिए छह घन्टे सोना है जरूरी- डाॅ नरेश त्रेहान


मेदांता हॉस्पिटल की एक शाखा जल्द ही वाराणसी में खुलेगी। इसका एलान देश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ व मेदांता के सीएमडी डॉ नरेश त्रेहान ने रविवार को किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में हृदय रोग के इलाज व ओपन हार्ट सर्जरी जैसी सुविधाएं मिलेंगी। वाराणसी शहर से बाहर रिंग रोड के आसपास अस्पताल बनाया जा सकता है। इसका सिटी सेंटर भी खुलेगा। इससे प्राथमिक उपचार तुरंत मिल सकेगा। डॉ नरेश त्रेहान ने शहरवासियों को स्वस्थ रहने का मंत्र दिया।
कहा कि सबसे जरूरी सतर्कता बरतना है। 30 वर्ष की उम्र पूरी करने के साथ ही स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए। 40 वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद हेल्थ स्क्रीनिंग आवश्यक है। हृदय रोग साइलेंट किलर है। यह धीरे-धीरे बड़ा नुकसान पहुंचाता है। समय से जांच हुई तो दिक्कत पहले पता चल जाएगी। इलाज शुरू किया जा सकेगा। कम उम्र में कार्डियक अरेस्ट जैसी घटनाओं को रोकने में सफलता मिल सकेगी। इस पर ज्यादा खर्च नहीं होता है।

दिल को स्वस्थ रखने का डॉ त्रेहान मंत्र

- प्राकृतिक रूप से नुकसानदायक पदार्थों के सेवन से बचें।

- खाना बनाते समय जितना चाहें नमक डाल दें, लेकिन खाना खाते समय अतिरिक्त नमक का इस्तेमाल न करें।

 - मीठा बहुत न खाएं। यह स्मोकिंग जैसा नुकसानदायक होता है।

- किसी भी व्यक्ति को छह से सात घंटे सोना चाहिए। इससे कम सोना खतरनाक है।

- समय पर ईसीजी, सीटी स्कैन हार्ट, स्ट्रेस इको जरूर कराएं।
काशी अग्रवाल समाज की तरफ से रविवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में सुनिए दिल की धड़कन कार्यक्रम कराया गया। इसका मकसद हृदय रो की गंभीर चुनौती और उसके समाधान का विकल्प तलाशना रहा। मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ नरेश त्रेहान ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया, फिर बचाव का तरीका बताया। उन्होंने कहा कि इस भाव से बाहर आना होगा कि हम स्वस्थ हैं। कोई समस्या नहीं है।
यदि घर में किसी को हृदय रोग, मधुमेह और ब्लड प्रेशर की दिक्कत है तो सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य की जांच 25 वर्ष से ही करानी चाहिए। मधुमेह रोगी को खास ख्याल रखना चाहिए। अगर सांस फूलने की समस्या हुई तो धमनियों में ब्लाकेज होने की संभावना रहती है।
डॉ त्रेहान ने उन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कोरोना का टीका लगवाने से हार्ट अटैक होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई अध्ययन नहीं है और न ही कोई परिणाम आया है, जिसमें इसकी पुष्टि हुई है।
उत्तर प्रदेश के आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालू ने कहा कि सभी तरह की बीमारियों के उपचार में आयुष चिकित्सा पद्धति भी उपयोगी साबित हो रही है। इसके लिए दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की तरह अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान बन रहा है। समय के साथ ही आयुष चिकित्सा पद्धति में भी तेजी से बदलाव हो रहा है।

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