अशोका इंस्टिट्यूट में जमकर उड़े रंग-गुलाल


सौहार्द्र, उल्लास और समाजिक समरसता का प्रतीक है होलीः अशोक मौर्य

इंस्टीट्यूट के शिक्षकों और कर्मचारियों ने फाग गाकर जमाया होली का रंग

वाराणसी। पहड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजममेंट में आयोजित होली मिलन समाहोह में जमकर रंग-गुलाल उड़े। समारोह में शामिल शिक्षकों और कर्मचारियों ने एक-दूसरे को तिलक लगाकर होली की बधाई दी। रंग-गुलाल की फुहारों के बीच होली मिलन समारोह में फाग गीत गाए गए और नृत्य की शानदार प्रस्तुति पेश की गई।
होली मिलन समारोह में अशोका इंस्टीट्यूट के संस्थापक अशोक मौर्य ने इंस्टीट्यूट के शिक्षकों  और कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि होली समाजिक समरसता, सौहार्द्र और उल्लास का प्रतीक है। भाईचारे के इस पर्व को सौहार्द पूर्वक मनाया जाना चाहिए। आपसी प्रेम और सद्भावना की भावना को मजबूत करने वाला यह पर्व भारतीय जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है।
अशोका इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अंकित मौर्य और वाइस चेयरमैन अमित मौर्य ने कहा कि होली जीवन के उल्लास और उमंग को बनाए रखने का काम करता है। होली का पर्व आकर्षक और मनोहर रंगों का त्योहार है जो धर्म, संप्रदाय, जाति की सीमा से परे जाकर भाईचारे के संदेश देता है।
इस त्योहार में लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूलकर भाईचारे का गुलाल लगाते हैं।
अशोका इंस्टीट्यूट में होली मिलन समारोह में फाग के धुनों पर शिक्षक कर्मचारी थिरकते नजर आए। इस मौके पर इंस्टीट्यूट की निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव, फार्मेसी के निदेशक डा.बृजेश सिंह, अशोका स्कूल आफ बिजनेस के निदेशक प्रो.सीपी मल, डीन एसएस कुशवाहा के अलावा सभी विभागों के अध्यक्ष और टीचर व स्टूडेंट्स उपस्थित थे।

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