नौजवानो को नौकरी न देना पड़े इसीलिए भाजपा सरकारी उपक्रम ही बेच रही है- स्वामी प्रसाद मौर्य

 

जौनपुर। राम चरित मानस की चौपाई को लेकर सुर्खियों में चल रहे सपा नेता एवं राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य लखनऊ से वाराणसी जाते समय जनपद जौनपुर में एक ढाबे पर कार्यकर्ताओ द्वारा रोके जाने पर मीडिया से रूबरू हुए और कहा कि कोई भी धर्म हो वह किसी भी समाज को गाली देना नहीं सिखाता है। राम चरित मानस को लेकर हमारे द्वारा दिये गये वक्तव्य का केवल एक वर्ग के लोग विरोधी है। शेष पूरा समाज समर्थन में है।सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर अडिग है उन्होंने साफ कहा कि एक विशेष वर्ग के लोग ही मेरा विरोध कर रहे है । उन्होंने कहा कि एक वर्ग काफी पहले से धर्म की आड़ में महिलाओं, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों को प्रताड़ित करता आ रहा है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि मेरी लड़ाई महिलाओं, दलितों, पिछड़ों को न्याय दिलाने तक जारी रहेगी। स्वामी प्रसाद शनिवार को लखनऊ से वाराणसी जाते समय जौनपुर में पत्रकारों से बातचीत किया।
सपा नेता ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि आज प्रदेश का व्यापारी परेशान है विकास ठप है सरकार नाम बदलने और फर्जी पत्थर लगा रही है। आजादी के बाद पहली सरकार है जिसने सरकारी क्षेत्र के उपक्रम को निजी क्षेत्र में बेचने का काम कर रही है। भाजपा राष्ट्रीय सम्पत्तियों को अपने चहेतो को बेच रही है। बन्दरगाह बेचे एल आई सी बेचा बैंक को अपने पूंजी पतियो के हाथ बेच डाला। नौजवानो को सरकार नौकरी नहीं दे रही है। नौजवानो को नौकरी न देना पड़े इसीलिए सरकारी उपक्रम बेच रहा है न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी यानी विभाग नहीं तो नौकरी नहीं देनी पड़ेगी यह सोच रखती है भाजपा। देश का दुर्भाग्य है कि नौजवानो को नौकरी नहीं दी जा रही है।
इन्वेस्टर्स समिट और गोबर समिट के नाम पर किसानो को ठगने का काम किया जा रहा है। छुट्टा जानवरो से किसानो की फसल को चरवाने का भी काम यह सरकार कर रही है। 
लखनऊ से वाराणसी जाते समय जनपद जौनपुर की सीमा में प्रवेश करते ही स्वामी प्रसाद मौर्य के स्वागत का जो सिलसिला शुरू हुआ वह वाराणसी की सीमा तक चलता रहा। मुख्यालय के पास एक ढाबा पर जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव के नेतृत्व में पूनम मौर्या सहित बड़ी तादाद में सपाईयो ने स्वागत किया। तो जलालपुर में केराकत विधायक के नेतृत्व में स्वागत किया गया।

Comments

  1. शूद्र समाज आज का संवैधानिक ओबीसी धर्म की आड़ में गाली बर्दाश्त नहीं करेगा ।
    पिछड़े समाज के बच्चो की छात्रवृत्ति क्यो बन्द है? क्या वो हिन्दू नही है? सरकार को बताना चाहिए।

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