पहले अपहरण, फिर दुष्कर्म, इसके बाद हत्या, लाशा की शिनाख्त पीएम हाउस में हुई, जानें पूरी कहांनी
प्रदेश की सरकार महिला सुरक्षा के दावे चाहे जितना कर ले लेकिन अपराध और अपराधी पर किसी भी स्तर से नियंत्रण नहीं नजर आ रहा है लगभग प्रतिदिन कहीं न कहीं बेटियां दुष्कर्म की शिकार हो रही और उनकी हत्याएं भी की जा रही है। ताजा मामला प्रदेश के जनपद उन्नाव के परियर इलाके का प्रकाश में आया है खबर है कि देर रात लापता हुई किशोरी का शव घर से करीब सात सौ मीटर दूर शराब ठेके के पास छत विक्षत हालत में मिला। किसी वाहन की चपेट में आकर कुचलकर मौत की आशंका पर पुलिस ने गांव के लोगों से शिनाख्त कराए बिना ही शव को रात दो बजे अज्ञात में पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया था।
गुरुवार सुबह परिजन चौकी पहुंचे, तो पुलिस ने रात मिले शव का फोटो दिखाकर शव की पहचान कराई। परिजनों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए हंगामा किया और बिठूर- परियर मार्ग पर जाम लगा दिया। इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे।
मृतका के चाचा की तहरीर पर किशोरी के अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की रिपोर्ट दर्ज की तब करीब पांच घंटे बाद हंगामा शांत हुआ। पुलिस ने गांव के ही एक युवक को संदेह के आधार पर उठाया है। वहीं सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध वैन रात 12 बजे जाते और दो बजे करीब लौटते दिखी है। उसकी भी जांच चल रही है।
डॉग स्क्वायड और फोरेंसिंक टीम भी पहुंची, खोजी कुत्ता घर के आसपास घूमकर रूक गया। सफीपुर कोतवाली के एक गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी कक्षा नौ की छात्रा थी। उसके पिता दुबई में हैं, यहां घर में मां और भाई-बहन रहते हैं। बुधवार रात करीब 10 बजे तक वह परिजनों के साथ रही। इसके बाद सभी सो गए।
गुरुवार सुबह किशोरी के चाचा ने परियर चौकी पुलिस को जानकारी दी, तो पुलिस ने रात में मिले शव की फोटो दिखाई। चाचा ने भतीजी के शव की पहचान की। पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए परिजनों ने सुबह करीब नौ बजे हंगामा शुरू कर दिया। कुछ ही देर में सैकड़ों ग्रामीण एकत्र हो गए।
मामला बढ़ता देख सफीपुर कोतवाल पवन सोनकर ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। सीओ ऋषिकांत शुक्ला, एएसपी शशि शेखर, एसडीएम नूपुर गोयल और तहसीलदार विराग करवरिया की थानों की फोर्स के साथ पहुंचे। मृतका के परिजनों ने बेटी के अपहरण के बाद सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया।
पुलिस के काफी देर समझाने और रिपोर्ट दर्ज कर जल्द खुलासा करने का आश्वासन दिया, तब पांच घंटे बाद दोपहर करीब दो बजे परिजन शांत हुए। सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने बताया कि मृतका के चाचा की तहरीर के आधार पर अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, पॉक्सों और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
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