बीएसए ने इस प्रधानाध्यापक को किया निलंबित, सात शिक्षको का रोका वेतन
जौनपुर। जनपद के फत्तूपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय में छुट्टी के बाद पांच साल की बच्ची को कक्षा कमरे के अंदर बंद रह जाने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने शनिवार को बड़ी कार्यवाई करते हुए प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया, साथ ही सात शिक्षकों व एक शिक्षामित्र का वेतन रोक दिया है।
बता दें फत्तूपुर कंपोजिट विद्यालय परिसर में ही आंगनबाड़ी केंद्र भी है। आंगनबाड़ी में पंजीकृत प्रियंका (5) शुक्रवार को कक्षा एक के बच्चों के साथ बैठ गई। कक्षा में ही उसे नींद आ गई। स्कूल बंद होते समय किसी शिक्षक या शिक्षिका ने ध्यान नहीं दिया। कक्षा में बाहर से ताला लगाकर घर चले गए। कुछ देर के बाद जब बच्ची प्रियंका की नींद खुली तो कमरे में बंद पाकर रोने लगी। उसके रोने की आवाज सुनकर दो युवक पहुंचे और दरवाजे को तोड़कर प्रियंका को बाहर निकाला। इस घटना का कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। मामले को संज्ञान में लेकर बीएसए ने मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी बदलापुर कराई। इसमें पहली नजर में शिक्षक की लापरवाही पाई गई।
रिपोर्ट के आधार पर वहां के प्रधानाध्यापक राम सिंह को तत्काल निलंबित कर दिया गया। साथ ही स्कूल में तैनात सात शिक्षकों उपेंद्र कुमार सिंह, सुनील चतुर्वेदी, उषा देवी यादव, राजशेखर यादव, विपुल पाल, मनीष कुमार यादव, आसमां परवीन का वेतन और शिक्षामित्र सविता उपाध्याय का मानदेय अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया। बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी शैलेंद्र त्रिपाठी की जांच रिपोर्ट पर प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है, जबकि वहां के सात शिक्षकों का वेतन, एक शिक्षामित्र का मानदेय रोका गया है। उन्होंने कहा इस तरह की लापरवाहियां क्षम्य नहीं हो सकती है।
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