गैस गीजर ने ले ली विवाहिता की जान, बाथरूम में स्नान करने गयी थी युवती
जौनपुर। जिले थाना मड़ियाहूँ क्षेत्र स्थित दिलावरपुर में गैस गीजर एक विवाहिता के लिए डेथ चैंबर में तब्दील हो गया। बाथरूम में दम घुटने से उसकी मौत हो गई। वह नहाने गई थी लेकिन जब काफी देर तक बाथरूम से बाहर नहीं आई तो परिजनों को शक हुआ। लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि वह फर्श पर गिरी पड़ी है। आनन-फानन लोग उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
मौत की वजह गीजर से गैस का रिसाव और वेंटिलेशन का न होना बताया जा रहा है। हादसे के बाद विवाहिता का परिवार सदमे में है। मड़ियाहू नगर कोतवाली क्षेत्र के दिलावरपुर निवासी शिवानी जायसवाल (25) पत्नी दीपक जायसवाल सुबह नहाने के लिए बाथरूम में गई। काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली तो परिजनों ने आवाज लगाई और दरवाजा खटखटाया।
कोई जवाब नहीं आने पर लोगों ने बाथरूम का दरवाजा तोड़ा। अंदर का नजारा देख सकते में आ गए। शिवानी फर्श पर अचेत पड़ी थी और गीजर चल रहा था। परिजन उसे आनन-फानन लेकर निजी चिकित्सक के यहां ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर पुलिस और शिवानी के मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। शिवानी के पिता प्रयागराज निवासी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि तीन साल पहले बेटी की शादी हुई थी। वह हमेशा ससुराल वालों से खुश रहती थी। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। ससुर छोटे लाल जायसवाल की तरफ से घटना की सूचना दी गई है। अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है।
सर्दी के मौसम में गीजर और ब्लोअर का इस्तेमाल घरों में बढ़ जाता है। ठंड से राहत पाने के लिए लोग जहां अपने घरों में रूम हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल करते हैं वहीं बाथरूम में पानी को गर्म रखने के लिए गीजर का। इनका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल बेहद नुकसानदेह है और यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
रूम हीटर और गीजर से कार्बन मोनो ऑक्साइड उत्सर्जित होता है जिसकी वजह से जान भी जा सकती है। कार्बन मोनो ऑक्साइड शरीर के लिए धीमा जहर है। सामान्यत: कार्बन मोनो ऑक्साइड तभी गीजर या रूम हीटर से निकलता है जब उसमें कोई तकनीकी खामी हो।
Comments
Post a Comment