जर्जर कच्ची दीवार गिरने से मलबे में दबकर मासूम की हुई मौत एक घायल जीवन मौत से कर रहा संघर्ष
जौनपुर। जिले के थाना सुजानगंज क्षेत्र स्थित तिलहरा गांव में गुरुवार सुबह मिट्टी की दीवार गिरने से उसके मलबे में दो चचेरे भाई दब गए। दोनों को निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक एक की मौत हो चुकी थी। मृतक मासूम अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। घटना से परिजनों में मातम छा गया।
सुजानगंज थाना क्षेत्र के तिलहरा गांव निवासी वीरेंद्र कुमार परिषदीय स्कूल रामपुर में सहायक अध्यापक हैं। वह रामपुर में रहते हैं। शीतलहर की छुट्टी होने के कारण वह परिवार के साथ अपने गांव गए थे। रोज सुबह बच्चों को पढ़ाने बैठते थे तो बच्चे भी वहीं रहते थे। गुरुवार सुबह उनकी पांच वर्षीय पुत्री तो पढ़ने के लिए बैठ गई, लेकिन चार वर्षीय पुत्र हृतिक उर्फ शुभ वहीं खेलने लगा।
वहीं पर संतोष के पुत्र अमित विक्रम (8) के पास पहुंच गया। दोनों बच्चे खेलते-खेलते घर के बगल में स्थित एक कच्चे मकान के पास पहुंच गए। वह मकान पहले से ही जर्जर था। परिजनों के अनुसार, दोनों बच्चे साइकिल चला रहे थे तभी अचानक दीवार भरभराकर गिर गई। इससे दोनों मलबे में दब गए।
घर के पास की घटना होने के कारण परिवार के लोग दौड़कर गए और दोनों बच्चों को बाहर निकाले, लेकिन तब तक दोनों को काफी चोट आ चुकी थी। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने हृतिक को मृत घोषित कर दिया। अमित विक्रम के पैर और कमर में चोट आई है। उधर, घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इकलौते पुत्र की मौत से मां गीता का रो-रोकर हालत खराब थी।
रोज की तरह पिता वीरेंद्र और माता गीता अपने पुत्र हृतिक ऊर्फ शुभ और पुत्री को पढ़ाने के लिए बुलाए लेकिन पुत्र पढ़ने नहीं बैठा बल्कि बगल में खेलने चला गया। अपने चचेरे भाई अमित विक्रम के साथ साइकिल चलाने लगा। घर के पीछे मिट्टी के दीवार के पास जैसे ही वह पहुंचा था कि दीवार गिर पड़ी और साइकिल चला रहे अमित विक्रम और शुभ दब गए। इस घटना में शुभ की मौत हो गई।
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