अशोका इंस्टीट्यूट में स्टूडेंट्स को दिलाई मतदान की शपथ
आम आदमी का एक वोट भी सरकार बदलने की रखता है ताकतः डा.सारिका
वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट एवं अशोका स्कूल आफ बिजनेस में 13वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर स्टूडेंट्स और टीचर्स को अनिवार्य मतदान के लिए शपथ दिलाई गई। स्टूडेंट्स ने मतदान के महापर्व में हिस्सा लेने के लिए "वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम" का संकल्प दोहराया।
अशोका इंस्टीट्यूट की निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव के निर्देशन में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। इस मौके पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित शपथ दिलाई गई और मतदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए स्टूडेंट्स ने संकल्प दोहराया। इस मौके पर डा.श्रीवास्तव ने कहा कि 'नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर' (वोटिंग बेमिसाल है, मैं अवश्य वोट देता हूं) मतदाताओं को समर्पित है, जो वोट की शक्ति के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी के प्रति व्यक्ति की भावना और आकांक्षा को व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े एवं सबसे जीवंत लोकतंत्र में समावेशी, सुलभ, नैतिक, भागीदारी और उत्सवपूर्ण चुनावों की भावना का जश्न मनाता है। मतदाता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में चुनावी जागरूकता पैदा करना और उन्हें चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। देश के मतदाताओं को समर्पित, राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इस्तेमाल मतदाताओं, खासकर नए-नए पात्र युवा मतदाताओं के नामांकन की सुविधा के लिए भी किया जाता है।
अशोका इंस्टीट्यूट की निदेशक ने यह भी कहा कि किसी भी लोकतंत्र की मर्यादा मूल रूप से उसकी चुनावी प्रक्रिया पर निर्भर करती है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस आम नागरिकों को बतलाता है, कि उनका एक वोट भी देश के हित में कितना निर्णायक सिध्द होता है। भारत के प्रत्येक नागरिक का मतदान प्रक्रिया में भागीदारी जरूरी है। आम आदमी का एक वोट भी सरकार बदलने की ताकत रखता है। हम सबका एक वोट ही पलभर में एक अच्छा प्रतिनिधि भी चुन सकता है और एक बेकार प्रतिनिधि भी चुन सकता है। इसलिए भारत के नागरिकों को सोच समझकर वोट डालना चाहिए। ऐसी सरकार चुनना हमारा कर्तव्य है जो देश को विकास के रास्ते पर ले जाए। देश में सबसे ज्यादा आबादी युवाओं की है। स्टूडेंट्स को बढ़चढ़ कर मतदान के इस महायज्ञ में आहुति देनी चाहिए।
डा.सारिका ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के उत्सव और समावेशिता को प्रदर्शित करने के लिए इसे डिज़ाइन किया गया है। इसकी पृष्ठभूमि में अशोक चक्र दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि स्याही लगी उंगली देश के प्रत्येक मतदाता की भागीदारी का प्रतिनिधित्व करती है। इस लोगो में जो टिकमार्क है वो मतदाता द्वारा सूचित निर्णय लेने का प्रतीक है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर अशोका इंस्टीट्यूट के फार्मेसी विभाग के निदेशक डा.बृजेश सिंह, अशोका स्कूल आफ बिजनेस के निदेशक सीपी मल्ल के अलावा डीन एसएस कुशवाहा, राजेंद्र तिवारी, अर्जुन कुमार, राजीव यादव, प्रीति कुमारी, अजय भूषण प्रसाद, अश्वमेध मौर्य, अनुजा सिंह, शर्मिला सिंह, अरविंद कुमार, प्रशांत गुप्ता, विनय तिवारी, प्रदीप सिंह, अभय मौर्य, रविकांत जायसवाल समेत इंस्टीट्यूट के सभी स्टूडेंट्स मौजूद थे।
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