Posts

Showing posts from January 23, 2022

देश के सबसे अधिक प्रदूषित शहरो में वाराणसी और जौनपुर, जानें क्या है जन जीवन पर इसका कुप्रभाव

Image
ठंडक के साथ ही बनारस की हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा फिर से बढ़ गई है। आज सायंकाल जारी आंकड़ों के अनुसार बनारस देश का तीसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा है। पूर्वांचल के टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची में प्रदेश के नौ शहर शामिल हैं। जौनपुर देश का दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। जौनपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 325 और बनारस का एक्यूआई 282 दर्ज किया गया।  मौसम का पारा गिरने के साथ ही हवा में प्रदूषक तत्वों के कारण एक्यूआई फिर से खराब हो गया है। आईक्यू एयर की ओर से जारी आंकड़ाें के अनुसार बनारस 282 एक्यूआई के साथ ऑरेंज जोन में है।  केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की बात करें तो शहर का एक्यूआई 182 दर्ज किया गया। मलदहिया सर्वाधिक प्रदूषित रहा और वहां का एक्यूआई 219 रहा। वहीं भेलपुर का एक्यूआई 186, अर्दली बाजार का एक्यूआई 175 और बीएचयू का एक्यूआई 147 दर्ज किया।  टॉप टेन प्रदूषित शहर घाटमपुर - 333 जौनपुर-325 वाराणसी-282 सीतापुर-264 मड़ियाहूं-258 उन्नाव-236 नानपारा-227 पटना-222 अकबरपुर-219 कानपुर-204 दिसंबर माह से वाराणसी  का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सपा देगी कड़ी टक्कर दिलीप कुमार पटेल का नाम आगे,जानें कौन है दिलीप

Image
   सिराथू से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के सामने सशक्त प्रत्याशी उतारने के लिए सपा ने नए सिरे से मंथन शुरू कर दिया है। पार्टी के प्रदेश कार्यालय से शुक्रवार को दिलीप पटेल का बुलावा भी आने की खबर है। सियासी गलियारे में चर्चा है कि 25 तक दिलीप के नाम पर फैसला हो सकता है। इसके पहले पूर्व कबीना मंत्री इंद्रजीत सरोज के नजदीकी आनंद मोहन पटेल का नाम आगे चल रहा था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को भाजपा ने उनके ही गृह क्षेत्र की सिराथू विधान सभा से प्रत्याशी उतारा है। इसी के साथ सिराथू जिले की हाट सीट बन गई है। इस सीट पर अभी तक सपा के कदद्दार नेता और पूर्व कबीना मंत्री इंद्रजीत सरोज के नजदीकी सरांय अकिल क्षेत्र के कनैली निवासी आनंद मोहन पटेल का नाम आगे चल रहा था। एकाएक सपा हाई कमान ने डिप्टी सीएम के सामने सशाक्त प्रत्याशी उतारने का मन बना लिया। सपा प्रदेश अध्यक्ष ने भेजा बुलावा आनंद मोहन के नाम के साथ बाहरी होने का तमगा लगा होने से पार्टी  ने किसी स्थानीय पटेल बिरादरी के नेता को अपना चेहरा बनाने का मन बनाया तो दिलीप पटेल के पास लखनऊ से लेकर मैनपुरी तक से फोन घनघनाने लगे। पार्ट

अपराधिक मामलो में निष्पक्ष विवेचना को लेकर हाईकोर्ट ने क्या आदेश दिया

Image
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक आदेश में कहा है कि न्यायिक मजिस्ट्रेट को पुलिस को एफआईआर दर्ज करने या दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष विवेचना कराने या सही विवेचना न होने पर विवेचना अधिकारी बदलने या दूसरी एजेंसी को जांच स्थानांतरित करने का अधिकार है। ऐसे में निष्पक्ष विवेचना के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर समादेश की मांग करने की बजाय सक्षम मजिस्ट्रेट की अदालत में जाना चाहिए। क्योंकि मजिस्ट्रेट को धारा 156(3) में विवेचना की मॉनिटरिंग करने का अधिकार है। यह आदेश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र एवं न्यायमूर्ति दीपक वर्मा की खंडपीठ ने सत्य प्रकाश की याचिका पर साकिरी बसु केस में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हवाले से दिया है। इसी के साथ कोर्ट ने संभल के गुन्नौर थाने में दर्ज अपहरण केस को लेकर दाखिल याचिका निस्तारित कर दी और कहा कि याची कानून के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अर्जी देकर निष्पक्ष विवेचना का आदेश प्राप्त कर सकता है। याचिका में गुन्नौर थाने में 2021 में दर्ज अपहरण केस की निष्पक्ष विवेचना करने की मांग की गई थी। याची का कहना था कि पुलिस अभियुक्तों से मिली हुई है। अभी तक न किसी अ

आखिर साली के साथ जा रहे जीजा की पिटाई मनबढ़ो ने क्यों किया

Image
जौनपुर। थाना जलालपुर क्षेत्र के बेलाव पुल के समीप सखोई गांव के पास शादी के लिए साली को दिखवाने ले जा रहे युवक की दो युवकों ने जमकर पिटाई कर दी। केराकत बाजार के समीप के निवासी के रामचंद्र पाल अपनी पत्नी तथा साली के साथ लेकर बाइक से जौनपुर की तरफ आ रहे थे। वह अपनी साली की शादी के लिए लड़के वालों को दिखाने शहर के पास किसी मंदिर पर जा रहे थे। वहां लड़के के परिवार के लोग आ चुके थे। रामचंद्र उक्त गांव के पास जब पहुंचे थे तभी पीछे से एक बाइक पर दो युवक आए। उन लोगों ने रामचंद्र की बाइक को रुकने का इशारा किया। रामचंद्र और उसके साथ कि दूसरी बाइक भी रुक गई। उस बाइक पर सवार एक युवक ने कहा कि तुम्हारी साली मेरी प्रेमिका है। हम एक-दूसरे से शादी करेंगे। इस बात पर जब उन लोगों ने विरोध किया, तभी दोनों ने पिटाई शुरू कर दी। मारपीट होता देख कर आने जाने वाले रुक गए। मामला गंभीर होता देख मनबढ़ युवक भाग निकले। 

सपा ने इन तीस नेताओ को बनाया स्टार प्रचारक, आयोग को भेजी सूची

Image
समाजवादी पार्टी ने पहले चरण के चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग को अपने 30 स्टार प्रचारकों की सूची सौंप दी है। इसमें सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, उपाध्यक्ष किरनमय नन्दा, प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन व पूर्व सांसद डिम्पल यादव शामिल हैं। सपा के स्टार प्रचारकों में हाल ही में भाजपा छोड़कर साइिकल की सवारी करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क के नाम भी शामिल हैं। इनके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन, रमेश प्रजापति, पूर्व विधायक हरेन्द्र मलिक, राजपाल कश्यप, जावेद अली खान, राजीव राय, राम आसरे विश्वकर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष जगपाल दास गुर्जर, प्रदेश महासचिव श्याम लाल पाल व पूर्व मंत्री सुधीर पंवार शामिल हैं। बाबा साहेब वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाईलाल भारती, युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. फहद, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी, मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह, समाज

शाहगंज विधान सभा का प्रतिनिधित्व सात बार कांग्रेस और चार बार सपा ने किया, दो बार खिला कमल

Image
जौनपुर। शाहगंज विधानसभा सीट पर इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। इस सीट पर इस बार 4 लाख एक हजार 222 मतदाताओं को मतदान करने का मौका मिलेगा। इसमें 2 लाख 7 हजार 399 पुरुष और एक लाख 93 हजार 800 महिला और 23 थर्ड जेंडर मतदाता है। वहीं, चुनावी इतिहास पर नजर करें तो इस विधानसभा सीट से लगातार सात बार कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले विधायक बने थे जिसमें पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय माता प्रसाद अकेले पांच बार विधायक चुने गये थे।  बात अगर पहले विधानसभा चुनाव की करें तो साल 1952 से शाहगंज (सु) सीट रही और पहली बार 1952 में कांग्रेस से बाबू नंदन इस सीट से विधायक बने थे। इसके बाद लगातार पांच बार 1657, 1962, 1967, 1969, 1974 में माता प्रसाद कांग्रेस से विधायक बने थे। 1977 में जनता पार्टी के छोटेलाल निर्भर कांग्रेस के लगातार छह चुनाव से चले आ रहे विजय रथ को रोकने वाले पहले नेता बने थे। लेकिन 1980 में हुए अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सातवीं बार फिर से अपनी सीट पर कब्जा जमा ली थी,पहलवान रावत विधायक बने थे। मगर, 1985 में हुए चुनाव में उसे हार के सामना करना पड़ा, फिर आज तक इस सीट पर क

आइए जानते है पूर्वांचल फतह करने के लिए सपा और सुभासपा की की क्या रणनीति बनी है

Image
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का पारा चरम पर है। सत्ता के सिंहासन को हासिल करने के लिए हर राजनीतिक पार्टी हर हथकंडा अपना रही है। जीत के लिए अपनी कोशिशों में कोई कमी नहीं रखना चाहती हैं। यूपी की सत्ता के संघर्ष में निर्णायक साबित भूमिका निभाने वाले पूर्वांचल में अपना परचम लहराने की चाह सभी की है। गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरीं समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी इसके महत्व को बखूबी जान रहे हैं। पूर्वांचल के दस जिलों की 61 विधानसभा सीटों में से ज्यादा से ज्यादा अपनी झोली में डालने के लिए योजना भी तैयार कर लिया है। इसके तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर पार्टी का एजेंडा बतएंगे। दोनों पार्टियों के बीच संयुक्त घोषणा पत्र को लेकर सहमति बन चुकी है। यह जानकारी  सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने दी ट्वीट कर दी है। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने इंटरनेट मीडिया पर बताया है कि अखिलेश यादव के साथ उनकी मुलाकात हुई है। उनसे घोषणा पत्र और डोर टू डोर कैम्पेन के बारे में बात की है। कोरोना की वजह से चुनाव आयोग ने चुनावी रैली और जनसभा पर रोक लगा दिया है। वर्